जज्बात पर नहीं, विकास के लिए वोट दीजिए- प्रियंका गांधी
सिद्धार्थनगर, 01 मार्च। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज सिद्धार्थ नगर में आयोजित जनसभाओं में भाजपा, सपा और बसपा पर जमकर निशाना साधा। इटवा और शोहरतगढ़ में आयोजित जनसभा में उन्होंने जाति धर्म की राजनीति करने वालों को घेरते हुए कहा कि उनका मकसद विकास करना नहीं है। जनसभाओं के बाद उन्होंने फरेंदा, महराजगंज और बस्ती में रोड शो किया और कांग्रेस उम्मीदवारों के लिये वोट अपील की।
कांग्रेस महासचिव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव के समय तमाम राजनीतिक दलों के नेता आकर आपके सामने भाषण देते हैं। सपा, बसपा और भाजपा के नेता जब चुनाव आता है, धर्म और राजनीति की बात करते हैं। उनकी राजनीति जाति और धर्म पर टिकी है। धर्म-जाति के नाम पर यह लोग चुनाव तो जीत जाते हैं, लेकिन आपके क्षेत्र में काम नहीं होता है। आपने कभी सोचा कि आपके क्षेत्र का विकास क्यों नहीं होता है ? यह सिलसिला चल निकला है कि चुनाव जीतने के बाद न तो कोई पाठशाला बनाता है, न सड़कें बनाता है, न बिजली आती है। आपके क्षेत्र में उद्योग धंधे नहीं हैं, महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ नहीं बोलता है, महिलाओं के सशक्तिकरण की बात नहीं करता है।
यह सिलसिला शुरू हुआ, जब उत्तर प्रदेश में जातिवाद और धर्म के नाम पर राजनीति उभरी और आपने उसका समर्थन किया। तब से कई दशक बीत गए, सपा, बसपा, भाजपा सबने सरकार बनाई। जिसने जाति-धर्म की बात की आपने उसे वोट दिया। इस तरह से इन पार्टियों के नेताओं के मन में उनके दिमाग में कुछ धारणाएं स्थापित हो गईं कि जब चुनाव आएगा तो हमें धर्म और जाति के आधार पर वोट मिलना ही है। इसलिए उन्हें काम करने की क्या जरूरत है ? आपने इन नेताओं को निकम्मा बना दिया है। आपके जज्बातों को उभारकर वोट लेना इनकी आदत बन चुकी है। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियां लोगों की कमर तोड़ रही हैं। कहते थे कि कालाधन वापस आ जाएगा, राष्ट्रवाद के नाम पर बरगला रहे हैं।
पांच साल से प्रदेश में 12 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं, क्योंकि उनको पता है कि कोई पूछने वाला नहीं है। तमाम नौजवान बेरोजगार हैं, पद खाली हैं, लेकिन रोजगार नहीं दिया। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इन्होंने न रोजगार दिया, न किसान को मजबूत किया, महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते गए, इसके बावजूद मंच पर खड़े होकर कहते हैं कि हम ही जीतेंगे। सीए-एनआरसी आंदोलन में कोई दिखा नहीं, जब दलितों पर अत्याचार हुआ, तब कोई नहीं दिखा, हाथरस, उन्नाव, शाहजहांपुर में हुए अत्याचारों पर, कोई राजनीतिक दाल न्याय के लिए संघर्ष करता नहीं दिखा, वहां सिर्फ कांग्रेस दिखी।
लखीमपुर खीरी में मोदी के मंत्री के बेटे ने किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल दिया, एक पत्रकार को भी मार डाला गया, लोगों को बेरहमी से मार डाला गया, जब हम मिलने जा रहे थे, तब सैकड़ों पुलिस वाले तैनात कर दिए गए। लेकिन जब किसानों को गाड़ी से कुचला गया, क़त्ल हो रहे थे, तब वहां कोई पुलिस नहीं थी। उन्होंने कहा कि न्याय के लिए जब कांग्रेस सड़क पर संघर्ष कर रही थी, तब सपा, बसपा के नेता घर से निकले ही नहीं, एक ट्वीट कर दिया और जिम्मेदारी ख़त्म। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आपके लिए संघर्ष सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस पार्टी ने किया है, कांग्रेस पार्टी ने आपको न्याय दिलाने के लिए आपका धर्म आपकी जाति नहीं पूछी। कांग्रेस आपके जज्बातों का इस्तेमाल नहीं करती। आपके जज्बात होने चाहिए देश के लिए, देश के लिए मर मिटना, यही होता है राष्ट्रवाद।