दवाओं के अभाव में जान गंवा रहे लोग
रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) डॉक्टरों के बिगड़ैल रवैय्ये से लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। एक ओर प्राइवेट अस्पतालों की भारी भरकम फीस तो दूसरी तरफ कराहते सरकारी अस्पताल और इन सब के बीच पिसता है बेचारा गरीब तबका। ताजा मामला रायबरेली का है।
सीएचसी और पीएचसी में इलाज के लिए जरूरी दवाईयां उपलब्ध नहीं है। डलमऊ सीएचसी में इलाज की जरूरी दवाईयां उपलब्ध नहीं होने पर डायरिया से पीड़ित बच्ची को जिला अस्पताल रिफर किया गया लेकिन इलाज से पहले उसने दम तोड़ दिया। गदागंज थाना क्षेत्र के पूरे गोसाई मजरे चरूहार जियायक में डायरिया से 6 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। बताते चलें कि गदागंज थाना क्षेत्र के पूरे गोसाई निवासी राम कुमार की 6 वर्षीय पुत्री की सोमवार को अचानक हालत बिगड़ने लगी। परिजनों ने 108 फोन करके एंबुलेंस बुलाया किंतु सूचना के डेढ़ घंटे बाद एम्बुलेंस पहुंची।
परिजनों ने बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डलमऊ में गंभीर अवस्था में भर्ती कराया जहां पर हालत नाजुक होने पर उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। परिजन आनन-फानन अपने प्राइवेट वाहन से बच्ची को लेकर रायबरेली जिला अस्पताल पहुंचे जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद मां सुशीला देवी का रो रो कर बुरा हाल है। वह अपनी इकलौती पुत्री महक को अचानक खोने से सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। परिजनों ने बताया कि 1 दिन पूर्व ही बच्ची की तबीयत खराब हुई और अचानक उल्टी दस्त हो़ने लगे। जब तक परिजन कुछ समझ पाते इसकी हालत बिगड़ती गई और अंततः उसे जान गंवानी पड़ी। मामले में सीएमओ डॉक्टर डी के सिंह की भी लापरवाही सामने आ रही है।