जमींदोज हो सकता है सार्वजनिक शौचालय, जिम्मेदार मौन
मुंबईः (गंगाराम यादव) ये जीर्ण शीर्ण शौचालय मुंबई के धिंधोंसी विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नम्बर 44 का है। भारत स्वच्छता अभियान यहां दम तोड़ रहा है। प्रधानमंत्री चाहे जितना प्रयास कर लें, कामचोर और संवेदनहीन लोगों और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते अभियान अपने लक्ष्य से काफी दूर है। इस सार्वजनिक शौचालय की हालत ये है कि यहां सांस लेना भी मुश्किल है। बिल्डिंग उचित देखरेख के अभाव में कभी भी जमींदोज हो सकती है। शौचालय के फर्श और छत बुरी तरह टूट चुकी है, पानी और गंदगी चारों ओर फैली रहती है। आसपास के इलाके में इस गंदगी के कारण बीमारी फैलने का खतरा है। स्थानीय विधायक सुनील प्रभू और नगर सेवक गायत्री शर्मा का भी ध्यान समस्या की ओर नही है। सैकड़ों लोग प्रतिदिन इस शौचालय का उपयोग करते हैं। किसी दिन इसकी छत टपक पड़ी तो बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर सेवक और विधायक किसी बड़ी घटना के बाद ही जागेंगे। सांसद गजानन तीर्थकर का भी समस्या से मुंह मोड़ना स्थानीय नागरिकों को अखर रहा है। लोगों को जनप्रतिनिधियों की पहल का इंतजार है जिससे जनता को इस गंभीर समस्या से निजात मिल सके।