बालकृष्ण चौहान फिर बसपा में
मऊः (सईदुज़्जफर) बसपा सुप्रीमो मायावती संगठन को धार देने में जुट गयी हैं। इसके तहत पार्टी छोड़ने वाले कद्दावर नेताओं की एक बार फिर वापसी कराते हुए उन्हें जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं, जिससे संगठन को मजबूत बनाया जा सके। इस कड़ी में मायावती के निर्देश पर रविवार को पूर्व सांसद बालकृष्ण चौहान को पार्टी में वापस ले लिया गया। इसकी घोषणा रविवार को पार्टी की एक समीक्षा बैठक में उपस्थित मुख्य जोन इंचार्ज डॉ रामकुमार कुरील ने किया।
पार्टी की ओर से कहा गया कि इन नेताओं के अनुरोध पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें वापस लिया है, तथा पार्टी के कार्यों में भी लगा दिया गया है। इनमें बालकृष्ण चौहान घोसी लोकसभा में पार्टी का बड़ा चेहरा हुआ करते थे। एक जमाने में वह मायावती के बेहद विश्वासपात्र थे और उनकी सरकार में राज्यमंत्री भी रहे। बालकृष्ण चौहान 1999 में घोसी लोकसभा से सांसद चुने गए थे। साथ ही साथ 2007 में वे बसपा सरकार में उन्हें उत्तर प्रदेश राज्य शैक्षिक अनुसन्धान परिषद के चेयरमैन भी बनाये गए थे।
2014 में किसी कारण वश पार्टी से इन्हें निष्कासित कर दिया गया था। इधर रविवार को श्री चौहान के बसपा में पुनः वापसी की सूचना पर कार्यकर्ताओं में जोश देखा गया। श्री चौहान के अपने आवास पर पहुँचते ही वहाँ पहले से उपस्थित दर्जनों पार्टी कार्यकर्ताओ ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर डॉ धर्म सिंह, शाहआलम कुरैशी, हेमन्त मौर्या, ओमप्रकाश राव, रामप्रवेश प्रजापति, ओमप्रकाश ,डॉ सोचन, लक्षिराम, लल्लन प्रधान, देवेन्द्र प्रधान,चन्द्रभान चौहान,सीताराम चौहान, चौथी, रामजन्म यादव, दीना शाहनी, विजय राजभर, रामजी राजभर, रमेश आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे।