राजकीय बाल गृह देवरिया से किशोर फरार
देवरिया, ब्यूरो (ओपी श्रीवास्तव)। उत्तर प्रदेश में भ्रष्ट और लचर व्यवस्था को लेकर जिलों की ग्रेडिंग कराई जाये तो देवरिया जिला प्रथम स्थान पर होगा। यहां प्रशासन की अक्षमता के चलते रोजाना नये नये कारनामे हो रहे हैं। ताजा मामले में भी देवरिया जिला प्रशासन की खूब किरकिरी हो रही है। यहां राजकीय बाल गृह से मंगलवार की रात को एक किशोर फरार हो गया।
इस संबंध में बाल गृह प्रशासन ने कार्रवाई के लिए पुलिस को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है। पुलिस का कहना है की बालक की तलाश की जा रही है। उल्लेखनीय है कि लगभग हर महीने जिला प्रशासन तथा जिले के न्यायाधीश राजकीय बाल गृह जो कोतवाली थाने से लगभग 200 मीटर की दूरी पर स्थित है का निरीक्षण एवं बाल गृह में रहने वाले बच्चों से खान पर तथा रहन-सहन को लेकर विचार विमर्श करते हैं। बावजूद इसके किशोर का बालगृह से भाग जाना बच्चों की सुरक्षा पर अहम सवाल खड़ा करता है। इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने अपना नाम छापने से मना करते हुए कहा कि राजकीय बाल गृह वाले जब ठीक से बच्चों को भोजन नहीं देंगे तो बच्चे भागेंगे ही।
फिलहाल घटना के संबंध में जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी नगर श्रीयश त्रिपाठी ने गुरुवार को बताया कि देवरिया जिले के रुद्रपुर के रहने वाले एक किशोर को अगस्त महीने में विशेष पुलिस किशोर इकाई ने लखनऊ में पकड़ा था और राजकीय बाल गृह देवरिया में उसको रखवा दिया। उन्होंने बताया कि किशोर मंगलवार की रात में चहारदीवारी फांद कर फरार हो गया। बुधवार को घटना की सूचना राजकीय बाल गृह के प्रभारी अधीक्षक राम कृपाल ने कोतवाली थाने को दी। उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। यहां श्ह बताना जरूरी है कि 29 अगस्त 2020 को भी दो किशोर फरार हुये थे। लेकिन प्रशासन ने कोई पुख्ता इंतजाम नही किया।