14 घण्टे की डियूटी के बाद भी फुर्ती, तारीफ के काबिल
सिलीगुड़ीः (पवन शुक्ल) सिलीगुड़ी की हाफंती ट्रैफिक रफ्तार, और सालूगाढ़ा में सोमवार को लगने वाले मार्केट में जाम को हादसों का सोमवार कहा जाता है। इस बाजार की ट्रैफिक की व्यवस्था सिर्फ दो पुलिस जवानों के हाथ में। वही सोमवार के दिन लगने वाले बाजार में करीब 14 घंटे की डियूटी करने के बावजूद भी देर शाम ट्रैफिक कंट्रोल करने में एकदम चुस्त नजर आए ट्रैफिक गार्ड पेंबू शेर्पा निःसंदेह अन्य के लिये प्रेरणास्रोत हैं। मालूम हो कि सड़क मार्ग से सिक्किम, बंगाल के डुवार्स और पड़ोसी राष्ट्र भूटान को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राज मार्ग संख्या 10 सिलीगुड़ी से चंद किलोमीटर पर स्थिति सालूगाढ़ा बाजार 42 नंबर वार्ड सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।
आसपास में थल सेना कैंप, बीएसएफ का देश का दूसरा ट्रेनिंग सेण्टर बैकुंठपुर और बीएसएफ की दो बटलियन की आबादी यहीं से सम्बन्धित है। जबकि सोमवार को लगने बाजार के कारण होने वाली भीड़ से इस मार्केट में ट्रैफिक दबाव काफी बढ़ जाता है वही आए दुर्घटना होती रहती है। बताते चलें कि ट्रैफिक कर्मियों की कमी झेल रही बंगाल पुलिस ने भक्तनगर थाना क्षेत्र के सालूगाढ़ा बाजार में सिर्फ एक एस आई आर एन बर्मन और एक ट्रैफिक गार्ड पेंबू शेर्पा को तैनाती किया। स्थानीय लोगों के अनुसार सुबह से ठंड के मौसम के बावजूद भी ये दोनों जवान मुस्तैदी के साथ अपना फर्ज निभा रहे थे। वहीं देर शाम तक दोनों जवान बिना थकावट के अपनी डियूटी को बखूबी निभाते दिखे।