कुपोषित मिले तो खैर नही-आयुक्त
प्रतापगढ़: जनपद के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन मण्डलायुक्त आज राज्य पोषण मिषन के तहत स्वयं के गोद लिये विकास खण्ड कालाकांकर के गांव मुहम्मदाबाद उपरहार कालाकांकर का भ्रमण कर राज्य पोषण मिषन के तहत आंगनबाड़ी केन्द्र द्वारा कुपोषित बच्चों, धात्री महिलाओं को मिषन योजना के तहत दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। अपने सम्मुख उन्होनें आंगनबाड़ी केन्द्र में आये 1 साल की जिया, 4.5 साल की अंषिका, दीपिका का वजन कराया और कान्ती देवी, समीरा, रिया, सरिता के हिमोग्लोबीन स्तर की भी जांच करायी। हिमोग्लोबीन का स्तर 8 और 10 मिलने पर उन्होनें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को फटकार लगायी और कहा कि अगले भ्रमण के दौरान यदि इस ग्राम सभा के तीनों आंगनबाड़ी केन्द्रों में कोई भी बच्चा लाल चिन्हधारक यानि अति कुपोषित श्रेणी का मिला अथवा किसी बच्चे की माँ या धात्री माँ के हिमोग्लोबीन का स्तर 11 से कम मिला तो आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगीता देवी और रेखा देवी के खिलाफ कार्रवाई तय है। पिछले भ्रमण के दौरान इस गांव में 13 बच्चे अतिकुपोषित थे जिनकी संख्या अब 7 रह गयी है। जबकि कुपोषित बच्चों की संख्या 5 है। गांव में तीनो आंगनबाड़ी केन्द्रों में 0 से लेकर 5 वर्ष के बच्चों के संख्या 226 है जिनमें 182 बच्चे सामान्य, 7 बच्चे अतिकुपोषित, व 37 बच्चे आंषिक कुपोषित है। आयुक्त के इस कार्यक्रम में पूर्व सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह भी उपस्थित होकर कुपोषित बच्चों और धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य के बारे में अपनी ओर से यानि राजभवन की ओर से भी हर सम्भव मदद का आष्वासन दिया। रत्ना सिंह ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र परिसर यानि प्राइमरी विद्यालय परिसर का अपना एक इतिहास रहा है और जंगे आजादी के दौरान 1932 में गांधी जी की उपस्थिति में यहां विदेषी वस्त्रों की होली जलायी गयी।
मण्डलायुक्त ने तालाब जीर्णोद्धार कार्य को भी देखा
आज के भ्रमण के आखिरी कार्यक्रम में मण्डलायुक्त राजन शुक्ला ने समाचार पत्र की पहल पर नगर पंचायत कुण्डा के वार्ड नं0-4 तिलौरी में स्थित 17 विस्वा के तालाब के जीर्णोद्धार कार्य को देखा और तालाबों के जीर्णोद्धार के लिये किये जा रहे प्रयास की मुक्तकण्ठ से सराहना की। उन्होनें इस अवसर पर अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि ऐसा देखा जा रहा है कि जो सरकारी जमीन होती है उसपर अतिक्रम कर लिये जाते है और तालाब भी इसी कटेगरी मेें आता है।