मिशन 2024 की तैयारियों में जुटी बीजेपी, कट सकते हैं इन सांसदों के टिकट
नेशनल डेस्कः साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और भाजपा हर हाल में तीसरी बार चुनाव जीतकर रिकार्ड बनाना चाहती है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाजपा यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी। जिनका रिकॉर्ड बेहतर होंगे और जो जनता की नजर में जो रियल हीरो होंगे उन्हे प्राथमिकता के आधार पर टिकट मिलेगा।
पार्टी से कोई चूक न हो इसलिये चुनाव के लिए इंटरनल सर्वे भी कराया गया था। यह सर्वे न सिर्फ पार्टी, बल्कि बाहर की एजेंसी से भी कराया गया था। इसमें जहां एक तरफ सांसदों की जनता पर पकड़ को देखा गया, वहीं संभावित चेहरे को लेकर भी रिपोर्ट तैयार की गई। भाजपा के विशिष्ट सूत्रों का यह कहना है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में 15 से ज्यादा सांसद ऐसे हैं, जो पार्टी की कैटेगरी में नही आ रहे हैं। चाहे वह उम्र सीमा हो या फिर उनका ट्रैक रिकॉर्ड। भाजपा अपने हर चुनाव से पहले कई फेज में जनप्रतिनिधियों के सर्वे करती है।
इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी के 9 साल का कार्यकाल पूरा होने के पहले ही लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई थी। तब से अब तक कई फेज में अलग-अलग तरीके से सर्वे कराए जा चुके हैं। अब भाजपा का सर्वे पूरा हो चुका है। रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश के 15 से ज्यादा लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों के टिकट काटे जाएंगे। हालांकि इस रिपोर्ट के आधार पर सांसदों को आगाह किया गया कि अपने संसदीय क्षेत्र में एक्टिविटी बढ़ाएं। जनता के बीच जाएं और उनकी समस्याओं का समाधान कराएं। लेकिन, फिर भी यूपी के कई सांसद ऐसे हैं, जिनकी खराब परफॉर्मेंस के कारण उनका टिकट काटा जाएगा।
75 साल से ज्यादा उम्र के सांसद निशाने पर
भाजपा में आयु सीमा भी टिकट काटने का एक बड़ा आधार माना जाता है। ऐसे सांसद जिनकी उम्र 75 साल से ज्यादा है, उनके टिकट काटे जाएंगे। यानी ऐसे सांसद जिनका जन्म 1950 के बाद हुआ है, उन्हें ही पार्टी टिकट देगी। इससे पहले जन्मे नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा। यूपी में भी कई ऐसे सांसद हैं, जिनकी उम्र 75 से ज्यादा हो चुकी है। यानी उनकी जगह अब नए चेहरों को उतारा जाएगा।
इनके कट सकते हैं टिकट
सर्वे के मुताबिक जो रिपोर्ट आई है उस पर अमल किया गया तो फूलपुर से सांसद किशोरी देवी, पीलीभीत से सांसद वरूण गांधी, आजमगढ़ से सांसद दिनेश लाल यादव, सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी, बाबराबंकी से सांसद उपेन्द्र रावत, मछली शहर से सांसद बीपी सरोज, प्रतापगढ़ सांसद संगमलाल गुप्ता, मलिहाबाद से सांसद कौशल किशोर, बदायूं से सांसद संघमित्रा मौर्या, फर्रूखाबाद से सांसद मुकेश राजपूत के टिकट काटे जा सकते हैं।
उम्र के आधार पर कटेंगे टिकट
कानपुर से सांसद सत्यदेव पचौरी (76), मथुरा से सांंसद हेमामालिनी (76), बरेली से सांसद संतोष गंगवार (76), प्रयागराज से सांसद रीता बहुगुणा जोशी (75) तथा बहराइच सांसद अक्षयबर लाल गौड (76) के टिकट कट सकते हैं।
यूपी के मंत्रियों को मिल सकता है टिकट
योगी मंत्रिमण्डल में शामिल कुछ मंत्रियों को भी लोकसभा का टिकट मिल सकता है। इनमें बलिया से दयाशंकर सिंह, धैरहरा से जितिन प्रसाद, रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह, फिरोजाबाद से जयवीर सिंह, फतेहपुर से राकेश सचान, बागपत से केपी मलिक, चंदौली से दयाशंकर मिश्र दयालू, बरेली से धर्मपाल सिंह, प्रयागराज से नंदगोपाल नंदी को लोकसभा में अवसर दिया जा सकता है।