मजदूरों का हक डकार रहे हैं प्रधान
संत कबीरनगर (संजय श्रीवास्तव) प्रदेश की योगी सरकार ने मनरेगा मजदूरों को राहत देते हुए उनके जीवनयापन के लिए सीधे उनके खाते में किए गए कार्यो का पैसा देने का नियम हैं। लेकिन वहीं कुछ ग्राम प्रधान मजदूरों का हक मारकर सरकार की मंशा पर पानी फेरने में लगे हैं। अधिकारी भी जांच के नाम पर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। ऐसा ही एक मामला मेहदावाल तहसील के भिटवा गांव का है।
जहां प्रधान द्वारा मजदूरों से मनरेगा का पैसा जबरिया ले लेने और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जांच के नाम पर मामले को लटकाने से आक्रोशित मजदूरों ने शनिवार को प्रधान व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भिटवा के मजदूरों फातिमा,दिलदार, मोमिना खातून,शाजिदा खातून, तरनुमनिसा व जगदंबा सहित कई ने आरोप लगाया कि हम लोगो ने पिछले तीन महीने से किए गए कार्य का पैसा मांग रहे है लेकिन कोई न कोई बहाना बना कर टाल देते है। यहां तक कि प्रधान सुनने को तैयार नहीं है। उच्चाधिकारियों से इसकी लिखित व मौखिक शिकायत की गई है लेकिन जांच के नाम पर लीपापोती की जा रही है। मजदूरों ने बताया की अगर हमारा पैसा नहीं मिला तो सभी लोग एक साथ मिलकर भ्रष्ट प्रधान के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करेंगे।