नागरिकता कानून को बताया देश विरोधी
उत्तराखण्ड ब्यूरोः (कुंदन शर्मा) देश भर में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) व सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (सीएए) के विरोध के मद्देनजर काशीपुर में आज कर्बला मैदान पर सैकड़ों की तादात में एकत्रित लोगों ने इसे काला कानून बताते हुए राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन स्थानीय प्रशासन को सौंपा। इस दौरान एहतियात के तौर पर आसपास के थाना क्षेत्रों से भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा।
नागरिकता संशोधन कानून एवं राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध में विभिन्न संगठनों के लोगों ने सभा का आयोजन किया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने एनआरसी और सीएए के विरोध में जमकर नारेबाजी की। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा। मुस्लिम समुदाय के लोग काशीपुर के कर्बला मैदान पर एकत्र हुए। सभा के दौरान उनके हाथों में स्लोगन लिखीं तख्तियां थीं। वक्ताओं ने कहा कि इस कानून के माध्यम से देश को जाति-धर्म के नाम से बांटा जा रहा है। नागरिक संशोधन कानून देश एवं संविधान विरोधी है। जिसका मुस्लिम समुदाय विरोध करता है।
इस कानून से समाज में धार्मिक आधार पर भेदभाव उत्पन्न होता है जो कि देश की एकता व अखंडता के लिए खतरा है। इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने समूचे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया। शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर दंगा नियंत्रण की एक गाड़ी के अलावा 4 एसओ, एस एच ओ, 10 दरोगा, 30 एचसीपी, 30 कांस्टेबल, 10 महिला कांस्टेबल के अलावा क्यूआरटी की दो टीमें, फायर यूनिट 5 प्लाटून और पीएसी के जवान तैनात किए गए। इसके अलावा सादी वर्दी में स्पेशल इंटेलिजेंस तथा लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के जवान भी महत्वपूर्ण स्थानों पर मुस्तैद नजर आए। सड़कों पर फोर्स की टुकड़ियां लगातार गश्त करती रहीं।