मऊ जनपद को आपदाग्रस्त घोषित करने की मांग
मऊः (सईदुज़्जफर) बेमौसम बारिश, ओले, पत्थर, तेज आंधी, हवा से जनपद में फसलों, फलों व सब्जी की भारी क्षति को देखते हुए मऊ जनपद को आपदाग्रस्त जनपद घोषित करने की मांग की। जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष व किसान नेता राकेश सिंह के नेतृत्व में गुरुवार को किसानों ने जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु को पत्र देकर जनपद को आपदाग्रस्त घोषित करके किसानों को तत्काल आर्थिक सहायता देने की मांग की है। पत्रक के माध्यम से जनपद के जिन किसानों ने बैंकों से फसली ऋण लिया है उन्हे प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत बीमा क्लेम भी दिलाने की मांग की है। जनपद में लगभग 70 प्रतिशत फसलों की क्षति इस बारिश से हुई है। तेज हवा से फसलें खेतों में गिर गई है। गेहूं के दाने काले वह भूरे रंग के हो गए हैं। किसान के सामाने जीविका की समस्या उत्पन्न हो गई है। श्री सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि तत्काल सर्वे का कार्य चल रहा है। क्षति का आकलन कर शासन को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी।
किसान नेता राकेश सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन, कृषि, राजस्व विभाग अगर किसानों की क्षति का सही आकलन सर्वे न किया और जनपद को आपदाग्रस्त घोषित नहीं किया तो 6 दिन बाद खेतों की फसलों के डंठल को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा। जबकि जून से लेकर दिसंबर 2017 तक जनपद में 63 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। लेकिन जनपद को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया गया। सोनभद्र जनपद में 33 प्रतिशत कम बारिश होने पर 27 मार्च 2018 को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया गया है। इस तरह से मऊ जनपद के किसानों के साथ धान की खेती में अन्याय हुआ है।