राहुल, अखिलेश के हस्तक्षेप के बाद भी नही सुलझी गुत्थी
कानपुर: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के हस्तक्षेप के बावजूद कानपुर शहर की महाराजपुर और कैंट सीट की गुत्थी नही सुलझ पाई है। सपा कांग्रेस की संयुक्त रैली में मंच पर दोनों सीटों के दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार मौजूद थे और वे अपने-अपने लिए वोट मांग रहे थे।
कैंट सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर हसन रूमी ने अपना नामांकन दाखिल किया था लेकिन बाद में यह सीट गठबंधन के नाते कांग्रेस के सुहैल अंसारी को मिल गई है। सुहैल ने रैली के मंच से संयुक्त प्रत्याशी के तौर पर वोट भी मांगे, लेकिन दूसरी तरफ सपा के रूमी ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया, वह यह कहते हुए मैदान में हैं कि पार्टी ने उन्हें चुनाव निशान दिया है और समाजवादी पार्टी के आला कमान से उन्हें नामांकन वापस लेने का कोई आदेश नहीं मिला है।