रंगरूटों ने लिया देश की रक्षा का संकल्प
वाराणसी: 42 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद 213 जीआर बैच के 338 रंगरूटों को दंडपाल अधिकारी कैप्टन राजेश रंजन ने पवित्र गीता पर हाथ रखवा कर देश की रक्षा के लिए जान तक न्योछावर करने की सौगंध दिलाई। इससे पहले नेपाली संस्कृति के मुताबिक गोरखा जवानों को उनका मुख्य शस्त्र खुखरी भेंट किया गया। कैंटोमेंट परिसर स्थित 39 जीटीसी परेडग्राउंड पर शनिवार को आयोजित सशस्त्र कसम परेड की डिप्टी कमांडेंट कर्नल ह¨रदर सिंह ने रंगरूटों की पहली और ले. कर्नल विनीत नारायण ने दूसरी सलामी ली।
मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर एसए रहमान ने आखिरी सलामी ली। सलामी लेने के बाद मुख्य अतिथि ने परेड का निरीक्षण किया और अच्छे परेड के लिए जवानों को बधाई दी। कसम परेड के दौरान मुख्य अतिथि ने कहा कि तीन बातों का जरूर ध्यान रखें। पहला, अनुशासन जो फौज की रीढ़ है। दूसरा, शारीरिक दक्षता जिसके बिना जवान कुछ नहीं कर सकता। तीसरा, लक्ष्य जिसमें एक गोली एक दुश्मन हो। शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्य अतिथि ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किया तथा स्मृतिधाम में आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किया। परेड का संचालन रिक्रूट दीपेंद्र शाही ने किया। कार्यक्रम का संचालन नेपाली भाषा में नायब सूबेदार मनोज कुमार तथा ¨हदी में आर्मी पब्लिक स्कूल की अध्यापिका मीरा विश्वकर्मा ने किया। प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य के लिए यंग राइफलमैन नारायण थापा, विशाल जंग कुंवर, टीका राम भुसाल, दीपेंद्र शाही, अमर शाही व संदीप थापा को पुरस्कृत किया गया।