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27 मई 2024
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Bihar

मधुबनी के कमाल को मिली फांसी की सजा

Posted on: Thu, 01, Oct 2015 4:35 PM (IST)

मधवापुर, मधुबनी, बिहार: (दीपक कुमार) मुंबई रेल ब्लास्ट वर्ष 2006 के लोकल रेल ब्लास्ट मामले में कोर्ट ने जिन पांच दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है, उनमें एक 37 वर्षीय कमाल अहमद अंसारी मधुबनी जिले के बासोपट्टी का रहने वाला है। कमाल ट्रन में बम रखने में शामिल था। उसे धमाकों के कुछ दिन बाद मोबाईल लोकेशन के आधार पर पकडा गया था। नौ साल पुराने इन सीरियल धमाकों में 188 लोग मारे गए थे। मुंबई की विशेष मकोका अदालत ने ब्लास्ट मामले में 12 में से पांच दोषियों को बुधवार को फांसी की सजा सुनाई है। विशेष न्यायाधीश यतिन डी शिंदे ने 23 सितंबर की सजा पर दलीलों को लेकर सुनवाई पूरी की थी।

कमाल के गांव वालों को नहीं थी ऐसी सजा की उम्मीद

मधवापुर, मधुबनी, बिहार: (दीपक कुमार) बासोपट्टी के कमाल अहमद अंसारी को बुधवार को मुंबई ट्रेन ब्लास्ट मामले में बुधवार को फांसी की सजा सुनायी गई। कोर्ट का फैसला आते ही गुदरी बाजार के रिहायशी इलाके में सन्नाटा पसर गया है। गुदरी बाजार के संकरी गली स्थित कमाल के घर में बैठी उसकी बूढी मां ने बोलने से मना कर दिया। इक्के-दुक्के लोग ही उस मुहल्ले से गुजर रहे थे। बहुत कुरेदने पर नाम न बताने की शर्त पर कहा कि गांव वालों को ऐसी सजा की उम्मीद नहीं थी। सजा की उम्मीद तो थी, लेकिन फांसी की सजा होगी, ऐसी उम्मीद नहीं थी। ग्रामीणों की नजर में कमाल इस तरह का आदमी नहीं था। उसका पहले का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। उसके घर का भी कोई आदमी मुंबई में नहीं रहता था। ऐसे गिरोह से कैसे संपर्क हुआ? किसी को मालूम नहीं। गौरतलब है कि 11 जुलाई 2006 को मुंबई लोकल ट्रन विस्फोट कांड के एक माह बाद एसटीएफ ने उसे उसके घर से रात को गिरफ्तार किया था। उस समय यह बात सामने आई थी कि दसवीं पास कमाल कोई काम नहीं करता था। कभी-कभार मुंबई आता-जाता था। लोगों को अंदेशा है कि वह उसी समय आतंकी संगठन के संपर्क में आया होगा। एसटीएफ ने सिमी से उसके जुडाव पर संदेह किया था।




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