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सपोर्ट हब से मिल रही है टीबी मरीजों को मदद, सितम्बर से अब तक 136 टीबी मरीज लाभान्वित

Posted on: Wed, 12, Oct 2022 2:54 PM (IST)
सपोर्ट हब से मिल रही है टीबी मरीजों को मदद, सितम्बर से अब तक 136 टीबी मरीज लाभान्वित

गोरखपुर, 12 अक्टूबर। चरगांवा ब्लॉक में अपने रिश्तेदार के यहां रह कर पढ़ाई कर रहे 18 वर्षीय युवक को सितम्बर माह में खांसी के साथ खून आने लगा। मूलरूप से संतकबीरनगर जिले के रहने वाले इस युवक ने चरगांवा पीएचसी पर चिकित्सक को दिखाया। बलगम की जांच कराई गई तो टीबी की पुष्टि हुई। युवक काफी घबरा गया। सीनियर ट्रिटमेंट सुपरवाईजर मनीष तिवारी ने युवक को दवाएं देने के बाद समझाया कि परेशान होने की बात नहीं है।

नियमित दवा सेवन, अच्छे खानपान और पोषण से टीबी ठीक हो जाएगा। मनीष ने युवक की मुलाकात चरगांवा में बने टीबी सपोर्ट हब के टीबी चैंपियन से कराई। टीबी चैंपियन ने युवक को अपनी कहानी बताई कि वह भी कभी टीबी पीड़ित था और अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुका है। युवक की चिंता दूर हुई और अब वह मनोयोग से टीबी की दवा ले रहा है। जिले में पांच टीबी यूनिट पर सपोर्ट हब बना कर इसी प्रकार टीबी मरीजों की मदद की जा रही है और चैंपियंस द्वारा मरीजों को व्यक्तिगत अथवा टेलिफोनिक यह सेवा उनके उपचार का कोर्स पूरा होने तक किया जायेगा।

यह कार्य स्वयंसेवी संस्था वर्ल्ड विजन इंडिया यूनाइट टू एक्ट प्रोजेक्ट की ओर से चयनित छह टीबी चैंपियंस की मदद से कर रहा है। टीबी चैंपियंस 19 सितंबर से अब तक 136 टीबी मरीजों काउंसलिंग कर चुके हैं। चरगांवा ब्लॉक में हब से सेवाएं ले रहे युवक ने बताया कि खांसी में खून आने से इतना डर लग रहा था कि कहीं मेरा पूरा जीवन व्यर्थ न हो जाए। चैंपियन ने उसे समझाया कि टीबी का पूरा इलाज संभव है। एक भी दिन दवा बंद नहीं करनी है। अगर दवा का कोई प्रतिकूल प्रभाव दिखे तो तुरंत सूचित करें। दवा के अलावा इलाज चलने तक 500 रुपये प्रति माह पोषण के लिए भी दिये जाएंगे। उन्हें बताया गया है कि इलाज के दौरान खानपान का विशेष ध्यान रखना है । मीट, अंडा, पनीर, फल, दाल, सोयाबीन आदि पोषक तत्वों का सेवन करना है।

इन स्थानों पर बना है हब

राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स (पीपीएम) समन्वयक अभय नारायण मिश्र ने बताया कि संस्था के जिला समन्वयक शक्ति पांडेय की देखरेख में टीबी सपोर्ट हब पर कार्य चल रहा है। यह हब जिला क्षय रोग केंद्र, हरनही, सहजनवां, भटहट और चरगांवा में बना है। जिला क्षय रोग केंद्र पर बने हब में दो टीबी चैंपियन सहयोग कर रहे हैं। अगर किसी को टीबी की जांच, इलाज व दवा में परेशानी हो रही हो या अन्य कोई टीबी संबंधित मदद चाहता हो तो 8299807923 मोबाइल नंबर पर उन्हें फोन कर सकता है। हब से संबंधित मदद के लिए भी इस नंबर पर कॉल की जा सकती है।

लक्षण दिखे तो कराएं जांच

अगर दो सप्ताह तक लगातार खांसी आए, तेजी से वजन गिर रहा हो, रात में पसीने के साथ बुखार आए, बलगम में खून आए और भूख न लगे तो यह टीबी का लक्षण हो सकता है। ऐसे लक्षण दिखने पर जिले में 73 स्थानों पर टीबी की निःशुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध है। जिले में बनाए गए 24 टीबी यूनिट (टीयू) पर तैनात सीनियर ट्रिटमेंट सुपरवाईजर (एसटीएस) की मदद ली जा सकती है और इन स्थानों से भी टीबी की निःशुल्क दवाइयां दी जाती हैं। सभी 49 डीएमसी पर भी जांच व दवा निःशुल्क है। आशा कार्यकर्ता की मदद से निकटतम केंद्र की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। डॉ गणेश प्रसाद यादव, प्रभारी जिला क्षय अधिकारी




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