अमरोहा में पकड़ा गया आरटीओ का घूसखोर बाबू
यूपी डेस्कः रिश्वतखोरी के बढ़ते मामले योगी सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस पालिसी पर सवाल उठा रहे हैं। ताजा मामला अमरोहा आरटीओ कार्यालय का है। यहां कार्यालय में तैनात बाबू को एंटी करप्शन टीम ने बीस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपी बाबू ने एक ट्रैक्टर एजेंसी संचालक से फाइल रिन्यूवल करने के नाम पर रिश्वत मांगी थी।
आरोपी बाबू ने रिश्वत की वसूली के लिये निजी स्तर पर एक सहायक भी रखा था। फिलहाल आरोपी बाबू को एंटी करप्शन टीम अपने साथ ले गई है। दरअसल अमरोहा देहात थाना इलाके के गांव नारायणपुर निवासी राजेंद्र सिंह की ट्रैक्टरों की एजेंसी है। साथ ही राजेंद्र सिंह किसान यूनियन में भी पदाधिकारी है। उनसे आरटीओ कार्यालय में तैनात बाबू अमय सिंह फाइल को रिन्यूअल करने के नाम पर 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था। किसान यूनियन के पदाधिकारी ने इसकी सूचना एंटी करप्शन टीम को दी।
इसके बाद आज एंटी करप्शन टीम ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते बाबू को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि रिश्वतखोर बाबू अपने साथ निजी लड़कों से वसूली कराता था। गिरफ्तार बाबू अमय कुमार उर्फ अमिया मूलरूप से गाजियाबाद के रहने वाले हैं। आगरा के बाद जुलाई माह में अमरोहा एआरटीओ कार्यालय में तैनाती मिली थी। जबकि प्राइवेट कर्मचारी शाने अली उर्फ शाने अमरोहा नगर की मोहल्ला खारी कुआं का रहने वाला है। फिलहाल एंटी करप्शन के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी बाबू को थाने ले जाकर वैधानिक कार्रवाई कराई जाएगी।