यूपी में चुनावी बुखार: स्कूलों पर लटके ताले
आगरा: (विष्णु गुप्ता) एक ओर जहां शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए जोर दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर शिक्षकों को इलेक्शन डयूटी में व्यस्त कर, शिक्षा के क्रम को तोडा जा रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है, कि क्या इस प्रकार बच्चों को शिक्षित करने का संकल्प पूरा हो पाएगा। बीएलओ डयूटी में इस बार कुछ ऐसा किया गया, कि एक दिन की ट्रेनिंग से नगरीय क्षेत्र के 165 स्कूलों पर ताले लटक गए। प्राथमिक शिक्षक संघ ने इसका कड़ा विरोध किया है।
शतप्रतिशत स्टाफ की बीएलओ में डयूटी
यूपी चुनाव 2017 को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। शासन के निर्देश पर चुनाव के लिए बीएलओ को प्रशिक्षित किया जाना है। इसके लिए आगरा के 165 स्कूलों के शत प्रतिशत स्टाफ को प्रशिक्षण के लिए सूरसदन प्रेक्षागृह में बुलाया गया। दो शिफ्टों में होने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुपस्थित रहने वालों पर कडी कार्रवाई के साथ वेतन काटे जाने की भी तलवार लटकी हुई है। इसलिए सुबह से ही शिक्षिकों ने स्कूल जाने के बजाए, सूरसदन प्रेक्षागृह में होने वाली बीएलओ ट्रैनिंग का रुख किया।
सभी शिक्षक शिक्षकाओं को मिला एसएमएस
प्रशिक्षण कार्यक्रम से पूर्व नगर क्षेत्र में तैनात सभी 430 शिक्षक शिक्षकाओं को जिला निर्वाचन कार्यालय से एसएमएस आया। एसएमएस में साफ किया गया था, कि सभी शिक्षक शिक्षकाओं को इस प्रशिक्षण में अपनी मौजूदगी दिखानी है। गैर हाजिर रहने वालों पर कार्रवाई होगी। उनका वेतन भी काटा जाएगा। प्राथमिघ्क शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजीव वर्मा ने बताया कि नगरीय क्षेत्रों के स्कूल में पहले से ही शिक्षकों की कमी है। ऐसे में बीएलओ डयूटी से ये स्कूल बंद ही रखने पडेंगें।