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West bengal

तम्बाकूजनित रोगों से हर साल होती है 1,53,000 से अधिक मौतें

Posted on: Tue, 25, Feb 2020 5:57 PM (IST)
तम्बाकूजनित रोगों से हर साल होती है 1,53,000 से अधिक मौतें

मिदनापुर, वेंस्ट बंगालः जिलेभर के शिक्षण संस्थाअओं को तंबाकूमुक्त बनाने के लिए नेशनल सर्विस स्कीम के स्वंयसेवकों ने मुहिम चलाने का निर्णय लिया है। इसके लिए विद्यासागर यूनिवर्सिटी का नेशनल सर्विस स्कीम सेल ने नारायण सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, हावड़ा और संबंध हेल्थ फाउंडेशन के साथ मिलकर 25 फरवरी को तंबाकू नियंत्रण वर्कशॉप का आयोजन किया। इस कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय के सभागार, मिदनापुर में किया गया। कार्यशाला के दौरान संबंध हेल्थ फाउंडेशन ने प्लेज फॉर लाइफ तंबाकू मुक्त युवा अभियान ’के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की।

कार्यशाला के दौरान, सबसे अच्छा तंबाकू विरोधी पोस्टर बनाने वाली एनएसएस इकाइयों द्वारा को पुरस्कृत किया गया। विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित इस कार्यशाला में, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों और छात्रों ने तंबाकू से खुद को दूर करने और दूसरों को इस घातक लत से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए तंबाकू विरोधी प्रतिज्ञा ली। उन्हें तंबाकू के दुष्प्रभाव, कैंसर की रोकथाम, तम्बाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थानों और तंबाकू नियंत्रण कानूनों के बारे में जागरूक किया गया। कार्यशाला को संबंधित करते हुए नारायण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, हावड़ा के, ऑन्कोलॉजिस्ट और वीओटीवी के संरक्षक डॉ. अरिजीत सेन ने कहा, “अब कैंसर का पता बहुत कम उम्र में चल रहा है और इसका एक कारण तंबाकू उत्पादों का व्यापक उपयोगध् सेवन है।

यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में तंबाकू का उपयोग करता है, तो उसे अपने जीवन भर इस लत को छोड़ने की संभावना कम होती है और उसे जीवन भर जारी रखने की आशंका बनी होती है। चूँकि, तम्बाकू की लत छोड़ने की दर बहुत कम है, इसलिए युवाओं के बीच तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता पैदा कर इसके उपयोग, सेवन को कम करने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करने चाहिए। रोकथाम से तम्बाकू मुक्त समाज के लिए सर्वोत्तम परिणाम मिलेंगे।” ‘प्लेज फॉर लाइफ तंबाकू मुक्त युवा अभियान ’भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा प्रेरित है और केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा समर्थित है।

विद्यासागर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. रंजन चक्रवर्ती ने कहा, “यह हमारी युवा पीढ़ियों को तंबाकू के खतरे से बचाने के सामाजिक कारणों में से एक बेहतरीन पहल है। संबंध के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक सोमिल रस्तोगी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में 2.28 करोड़ से अधिक लोग तंबाकू - धूम्रपान और चबाने वाले तंबाकू का उपयोग करते हैं। तम्बाकू के कारण होने वाली बीमारियों के कारण प्रति वर्ष 1,53,000 से अधिक उपयोगकर्ता की मौत हो जाती हैं। प्रतिदिन 430 से अधिक बच्चों को तम्बाकू का उपयोग शुरू करते हैं। कार्यशाला में 152 एनएसएस इकाइयों के अधिकारियों और छात्र स्वयंसेवकों ने भाग लिया।




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