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Uttar pradesh

सेल्फी का ऐसा चढ़ा भूत, 7 की मौत, एक गायब, 3 गंभीर

Posted on: Wed, 22, Jun 2016 8:42 PM (IST)
सेल्फी का ऐसा चढ़ा भूत, 7 की मौत, एक गायब, 3 गंभीर

कानपुर: सेल्फी लेने का भूत नई पीढ़ी पर इस कदर सवार है कि उन्हे मौत का भी खौफ नही रह गया है। मोबाइल में अपनी फोटो उतारने की मस्ती में अब तक न जाने कितने युवकों ने असमय अपनी जान दे दी है। ट्रेन की पटरियां हो, भीड़भाड वाली जगह हो अथवा गंगा नदी का ब्रिज, जहां भूत चढ़ा वही शुरू हो गये। ऐसे ही एक मामले में नौजवानों को सेल्फी लेने का ऐसा भूत चढ़ा कि सात को मौत निगल गयी, तीन गंभीर बताये जा रहे हैं, एक की तलाश जारी है। ताजा मामला कानपुर का है। यहां घटी घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। कानपुर के गंगा बैराज पर नदी के किनारे सेल्फी लेने के दौरान दस छात्र नदी की धारा में विलीन हो गये। गोताखोरों की कड़ी मेहनत के बाद तीन को निकाला गया जबकि सात को मौत निगल चुकी थी। फिलहाल शवों को बाहर निकाला। मामले की जानकारी होने पर एडीएम सिटी, एसीएम, एसपी समेत कई आलाधिकारी मौके पर पहुंचे।

कोहना थानाक्षेत्र स्थित गंगा बैराज गेट नंबर के पास पत्थर के पास सभी दोस्त बैठे हुए थे। प्रत्यक्षद्रशियों के अनुसार इन दोस्तों में से एक अपने मोबाइल से सेल्फी लेने लगा। इसी दौरान उसका पैर चिकना पत्थर होने के चलते फिसल गया और वह पानी के बहाव में आ गया। उसकी चीख-पुकार सुनते हुए एक दोस्त उसे बचाने के लिए दौड़ा, जैसे ही डूब रहे साथी को बचाने के लिए हाथ पकड़ा तो वह भी उसके साथ पानी में घुसता गय। देखते देखते दस दोस्त बारी-बारी से पानी में उतरते गयेे और डूब गये। शोर शर्राबा सुनकर राहगीर पहुंचे। उन्होने फौरन पुलिस को सूचना दी। गंगा किनारे बैठे गोताखोर को भी सूचना मिली। गोताखोर निसार अपनी टीम के साथ पहुंचा और नदी में डूबे युवकों को बचाने का प्रयास शुरु कर दिया। इधर देखते ही देखते लोगों की भीड़ इकटठा हो गयी और अफरा-तफरी मच गयी। घटना की जानकारी होने पर डीएम सिटी अविनाश सिंह, एसीएम, एसपी सचिन्द्र कुमार, सीओ कर्नलगंज छह थानों की सर्किल फोर्स घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से सात शवों को बाहर निकाला। जबकि तीन युवकों को गोताखोरों ने जिंदा बचााया।

शवो की पहचान हुई

गोताखोरो ने कड़ी मेहनत के साथ विनोवानगर निवासी सचिन गुप्ता व दो सगे भाई सत्यम व शिवम दोस्त संदीप, रोहित सैनी, गोलू, मकसूद सात दोस्तों के शव निकाले। आनन-फानन में पुलिस कर्मियों ने घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शवों को सीलकर फौरन पोस्टमार्टम भेज दिया।

गोताखोरों ने बचाया इनकी जान

कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने नदी में डूबे अर्जून, श्रीराम, विनय तिवारी को बचाते हुए आनन-फानन में इलाज के लिए हैलट अस्पताल में भर्ती कराया है।

शव की तलाश में लगे 21 गोताखोर

गंगा बैराज में आठ युवकों के डूबने की खबर मिलते ही जिला प्रशासन से एडीएम सिटी अविनाश सिंह पहुंचे। उन्होंने गोताखोरों के हेड निसार से बातचीत की तो उसने बताया कि हमारी 11 सदस्यों की टीम करीब एक बजे से तीन बजे तक नहर में डूबे शवों को तलाशते हुए छह शवों को बाहर निकाला है, जबकि एक सत्यम की तलाश जारी है। एडीएम ने मामले को गंभीरता से देखते उन्नाव से दस गोताखोरों को बुलाया और शव की तलाश करवाई।

नहीं पहुंची जल पुलिस

नदी में डूबे युवकों की घटना पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे गये। लेकिन मामले की जानकारी होने पर जल पुलिस मोती को छोड़कर कोई भी जल पुलिस या अफसर नहीं पहुचा।

गोताखोरों की भी सुनिये

घटना करीब 12.30 पर हुआ और जानकारी पर पहंुचे गोताखोर निसार व उनकी टीम ने पांच घंटे कड़ी मेहनत की जिसके बाद उन्होंने करीब छह शवों को निकाला एक शव को न मिलने के बाद भी निसार व उनकी टीम लगी रही। इस मामले में जब निसार से पूछा तो उन्होंने बताया कि वे और उनके पुर्वज इस बैराज में करीब हजारों की जान बचा चुके है। लेकिन उन्हें जिला प्रशासन व पुलिस से कोई धनराशि नहीं मिलती है। जो पीडि़त परिवार के लोग देते है उसी से हमारा व परिवार का गुजर बसर होता है।




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