खास खबर+ गोल्ड ट्रेडिंगः नौ खाते से 120 करोड़ रुपए की हेराफेरी, दुबई से संचालित हो रहा गिरोह
भरुच, गुजरात (बीके पाण्डेय)। भरुच साईबर क्राईम ब्रांच की टीम द्रारा फर्जी गोल्ड ट्रेडिंग के गिरोह का पर्दाफाश किया जिसमें छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की प्राथमिक जांच में पुलिस की टीम ने 27 खाते मे से कुल तीस करोड़ रुपए की हेराफेरी को पकड़ा था मगर जांच आगे बढऩे पर अन्य एक बैंक के नौ एकाउंट में ठगों ने कुल 120 करोड़ रुपए की हेराफेरी करने का काम किया की जानकारी पुलिस को मिली। भरुच की एसपी डाँ.लीना पाटिल द्रारा साईबर क्राईम से जुड़े मामलों में विशेष ईन्वेस्टीगेशन करने का आदेश दिया गया था।
इस आधार पर साईबर क्राईम की टीम ने भरुच के एक सेवानिवृत्त व्यक्ति को गोल्ड ट्रेडिंग में चालीस प्रतिशत का रिटर्न मिलने का लालच देकर बयालिस लाख रुपए की ठगी के मामले की विवेचना शुरु की गई व इस मामले मे सूरत के रहने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस विवेचना में पता चला कि ठगों की ओर से विविध खातों में से 120 करोड़ रुपए से ज्यादा की हेराफेरी की गई।
भरुच में रहने वाले सेवानिवृत्त व्यक्ति के रुपए को पहले सात एकाउंट में डाला गया था। इसमें अन्य राज्य के पांच व गुजरात के दो खाते रहे। इसमें से सूरत के एक ही एकाउंट की जांच में आईसीआईसीआई बैंक के नौ एक ाउंट में रुपया ट्रांसफर होने की बात पुलिस को पता चली। अन्य छह एकाउंट की जांच अभी जारी है। पुलिस ने बताया कि गोल्ड ट्रेडिंग घोटाले में दुबई के मुख्य सूत्रधार अनवर व मैक्स के संपर्क में रहने वाले सूरत के सकलैन व सद्दाम द्रारा डमी एकाउंट व डमी सिमकार्ड बनाने के लिए सोहेल व यासिन को काम पर रखा गया था। सोहेल ने अपने कठोर गांव में 27 लोगो का बैंक में खाता खुलवाया था व बाद में इन लोगो की चेक बुक, एटीएम,पास बुक लेकर सकलैन को दे दी थी।