प्रदेश के बजट में श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़
श्रीगंगानगरः (विनोद सोखल) राजस्थान के बजट में हालांकि श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिलों की उपेक्षा-सी की गई है, लेकिन फिर भी कुछ तो मिला ही है। सबसे ज्यादा निराशा यहां लंबे समय से की जा रही कृषि महाविद्यालय की मांग पर ध्यान नहीं दिये जाने से हुई है। बजट में वित्तमंत्री की हैसियत से मुख्यमंत्री वसुंधराराजे ने प्रदेश में 767 करोड़ रुपए की लागत से जिन सड़कों की घोषणा की है, उनमें सादुलशहर व हनुमानगढ़ में रोड्स शामिल हैं। जिन तेरह जिलों में पेयजल योजनाओं पर काम होगा, उनमें हनुमानगढ़ को शामिल किया गया है। सात सिंचित क्षेत्रों के विकास के लिए मध्यम सिंचाई परियोजना के लिए 198 करोड़ रुपए आईजीएनपी क्षेत्र में खर्च होंगे। इसका लाभ भी हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिलों को मिलेगा।
भादरा में राजकीय महाविद्यालय मंजूर हो गया है और श्रीगंगानगर में एक और न्यायालय खोलने की घोषणा बजट में की गई है। यहां के लोगों की वर्षों पुरानी कृषि महाविद्यालय की मांग को लेकर इस बार भाजपा के कुछ नेता सक्रिय थे और उन्होंने एक तरह से अभियान चलाकर मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री सहित प्रदेश व केंद्र के कई मंत्रियों को ज्ञापन देकर कृषि महाविद्यालय की मांग की थी। यहां तक कि यहां के कृषि अनुसंधान केंद्र में पर्याप्त सुविधाओं का हवाला देकर यहां अत्यंत कम खर्च में कृषि महाविद्यालय शुरू होने की बात से अवगत करवाया था लेकिन सरकार ने कृषि महाविद्यालय इसकी पूरी तरह अनदेखी की है।