तूल पकड़ रहा है पुरोहित से दुर्व्यवहार का मामला
रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) डलमऊ में गंगा पुरोहित से दुर्व्यवहार के मामले को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अब तो विहिप, आरएसएस और बजरंग दल भी पुरोहितों के साथ है। सभी ने मंगलवार को श्मशान घाट पर पुरोहित कर्म व लकड़ी बिक्री न करने का निर्णय लिया है। तीन दिन पूर्व भाजपा के सेक्टर संयोजक और तीर्थ पुरोहित संदीप मिश्र की ओर से एक पुलिस अफसर पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया था। इसी मामले को लेकर श्मशान घाट पर तीर्थ पुरोहितों ने एक बैठक की। इसमें मंगलवार को श्मशान घाट पर पुरोहित कर्म व लकड़ियों की बिक्री सहित सभी कार्यों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि नाराज पुरोहितों ने शनिवार को ही सीएम व डीएम को ज्ञापन भेज कर मामले में कार्रवाई न होने पर अपने कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी थी। इसके बाद भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
उधर, तीर्थ पुरोहितों के इस बहिष्कार व धरना प्रदर्शन में भाजपा, विहिप व बजरंगदल ने भी समर्थन दिया है। बैठक में धीरज द्विवेदी, बलराम, सनी, लालू आदि शामिल रहे। खैर अब समस्या यह है कि डलमऊ घाट एक प्राचीन घाट है यहां सुदूर क्षेत्रो से शवो के दाह संस्कार के लिए शवो को लाया जाता है, तीर्थ पुरोहितों ने बहिष्कार किया तो सुदूर जनपदों से शव लेकर आने वाले लोगों को बिना तीर्थ पुरोहितों के ही अंतिम संस्कार करना पड़ेगा। लकड़ियां न मिलने से शव का अंतिम संस्कार कैसे होगा। तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष दीपू पंडा ने बताया कि बहिष्कार से होने वाली असुविधा के लिए पुलिस प्रशासन ही जिम्मेदार होगा।