कांग्रेस का दावा, फ्लोर टेस्ट में पास हुई रावत सरकार
लखनऊ: (विक्रम सिंह चक्रवर्धन) उत्तराखंड के सियासी घमासान का फैसला हो ही गया। कांग्रेस का दावा है कि इस प्लोर टेस्ट में कांग्रेस पास हुई है। हालांकि अभी फैसला सुप्रीम कोर्ट के पास बंद लिफाफे में है।
औपचारिक ऐलान होना अभी बाकी है।
इस फ्लोर टेस्ट में मायावती ने कांग्रेस का साथ देकर आगामी यूपी विधानसभा चुनाव से पहले जबरदस्त दांव खेला है। उत्तराखंड विधानसभा में हुए फ्लोर टेस्ट में मायावती ने सांप्रदायिक ताकतों को कमजोर करने का हवाला देते हुए हरीश रावत के पक्ष में वोट करने की बात कही। दरअसल, उनका यह दांव यूपी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर लिया गया एक मास्टरस्ट्रोक था।
फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले मायावती ने कहा कि बीजेपी को सपोर्ट करने की बात अफवाह है। हमारे दो विधयक कांग्रेस के समर्थन में वोट करेंगे। बीएसपी के एक बड़े नेता ने कहा, बीजेपी ने समर्थन के लिए ऑफर दिया था, लेकिन बहन जी नहीं चाहती थीं कि सांप्रदायिक ताकतों को सपोर्ट किया जाए। इसी वजह से कांग्रेस का समर्थन किया गया। भविष्य में भी पार्टी सांप्रदायिक ताकतों से लड़ती रहेगी।
भले ही मायावती कांग्रेस के साथ जाने की वजहों को सांप्रदायिक ताकतों को कमजोर करने की बात कर रही हों, लेकिन इसके पीछे का मकसद यूपी विधानसभा चुनाव से जुड़ा है।
अगर मायावती ने बीजेपी का साथ दिया होता तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस समेत विपक्षी दल इस मुद्दे को जरूर उठाते कि बीएसपी और बीजेपी में आंतरिक सुलह है और त्रिशंकु विधानसभा होने की स्थिति में दोनों एक साथ हो सकते हैं। इतना ही नहीं, चुनाव प्रचार में विपक्षी दल इसे मुद्दे के रूप में भी उठा सकते थे, जिससे बीएसपी को मुस्लिम वोट खिसकने का खतरा था। फिलहाल बीएसपी के सपोर्ट से हरीश रावत ने लगभग फ्लोर टेस्ट जीत लिया है।