पीड़ित को ही अपराधी समझ रही है पुलिस, अपराधी को संरक्षण
संतकबीर नगरः धनघटा थाना क्षेत्र के स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी पौली गुड वर्क के चक्कर में पीड़ित, लाचार, बेबस, विपन्न फरियादियों का मामला दर्ज करने की बजाय गुनहगार को बचाने में ही जुटे है। मामला थाना क्षेत्र के नकही गांव का है। पीड़ित बेबी पत्नी एजाज मोहम्मद ग्राम नकहीं नगुई थाना धनघटा जनपद संत कबीर नगर ने थाना क्षेत्र के चौकी पर 11 फरवरी से आज तक न्याय पाने के चक्कर में दरवाजा खटखटा रही है।
पीड़ित बेबी के पिता ने बताया की 11 फरवरी को दोपहर 12ः00 बजे के करीब की घटना है। अचानक पुरानी रंजिश को लेकर हमारी बेटी के सगे पट्टीदारों में अख्तर अली, रिजवाना खातून, आफताब आलम, फरजाना खातून,ने अनायास एकजुट होकर उस समय मारपीट कर घायल कर दिया जब वह घर पर अकेली थी। जिनकी वजह से मेरी बेटी बेबी बुरी तरह से घायल हो गई है। गंभीर चोटें आई हैं। जिन का इलाज अभी भी करा रहा हूं और पूरे शरीर में दर्द की वजह से अभी भी चलने फिरने में असमर्थ है। चौकी पर से यहां चली आई थी तभी से डर की वजह अपने घर पर भी नहीं गई है। इस बाबत थाना क्षेत्र के चौकी प्रभारी दीपक कुमार दुबे को बेटी ने उसी दिन जाकर प्रार्थना पत्र दिया था।
एक-एक दिन टरकाते हुए उन सब के ऊपर मुकदमा लिखने का आश्वासन देते रहे। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया। वही कई लोगों के सामने जुबेर नाम के सिपाही ने कहा सीओ साहब का दबाव है मुकदमा नहीं लिखा जाएगा अब आगे आपकी मर्जी कहीं भी जा सकते हैं। इससे ज्यादा यहां पर कुछ भी होनेवाला नहीं है। बता दें मारने वालों में अख्तर पुत्र वसीउल्लाह नामक व्यक्ति के खिलाफ धनघटा थाने में 376 आईपीसी का मुकदमा दर्ज हुआ है जिसमें वह लगभग 5 वर्ष बाद जमानत पर रिहा होकर घर आया है और फिर मारपीट करने पर उतारू है। अब यहां सवाल यह उठता है कि यदि पीड़ित को ही पुलिस अपराधी समझेगी तो न्याय कहां से मिलेगा। इस संदर्भ में चौकी प्रभारी दीपक कुमार दुबे ने बताया कि मैंने दोनों पक्षों का सीआरपीसी के तहत कार्यवाही कर दिया है अब इसके आगे यहां से कोई कार्यवाही नहीं होगा इसके आगे आपकी मर्जी