कोरोना खौफः दोहा से लौटा युवक अस्पताल छोड़ भागा
रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) कोरोना वायरस का खौफ बढ़ता जा रहा है। एक ओर सरकारें अपनी पूरी ताकत लगा रही है कि कोरोना महामारी से किसी भी भारतीय को कोई क्षति न पहुंचे। लेकिन जब जनमानस ही सहयोग नही करेगा तो सरकार और स्वास्थ्य विभाग टीम ही क्या कर सकेगी। आखिर इतनी बड़ी लापरवाही करके जनता के साथ छलावा क्यों कर रहे है विदेशों से लौटे नागरिक।
ताजा मामला रायबरेली के सदर अस्पताल से सामने आया है जहां जिले में अब तक एक भी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज नहीं मिला है। इस बीमारी के फैलने के बाद यहां अब तक लगभग 70 लोग विदेश से आए हैं। जिनका लगातार स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर मरीजों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड भी भेजा जा रहा है। हालांकि इनमें से कुछ लोग किसी भयवश से स्वास्थ्य परीक्षण कराने से बचते दिख रहे हैं। 18 मार्च को खीरों विकास क्षेत्र में दोहा से एक शख्स लौटा।
इसी क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में छह और नौ मार्च को दो युवक दुबई से लौटे। इनमें से दो युवकों को गुरुवार को स्वास्थ्य टीम परीक्षण के लिए जिला अस्पताल लेकर आई। यहां दुबई के युवक की जांच की गई। वह स्वस्थ्य मिला और उसे जरूरी सलाह देकर वापस घर भेज दिया गया। दोहा से लौटा युवक बिना जांच कराए ही वहां से भाग गया। उसे डर था कि उसको 14 दिनों के लिए जिला अस्पताल में रोक लिया जाएगा।
जबकि जांच में कोरोना वायरस की पुष्टि होने पर ही उसे जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर किया जाता है। ऐसा ही एक मामला जगतपुर क्षेत्र का है। गुरुवार को डॉ. लईक क्षेत्र में विदेश से लौटे तीन युवकों के घर गए। चीन से आया युवक स्वस्थ्य मिला, जिसका पिछले पांच दिनों से लगातार परीक्षण कर घर में रुकने की सलाह दी गई है। मगर सऊदी अरब और दुबई से लौटे युवक अपने घरों पर नहीं मिले। दुबई वाला शख्स तो तीन दिनों से घर ही नहीं आया है। उसे भी डर है कि 14 दिनों तक उसको एक कमरे में बंद रखा जाएगा।