गरीबी और कुपोषण से मौत के मुंह में समा गई दलित विवाहिता
कुण्डा, प्रतापगढ़: (अरूण द्विवेदी) महेशगंज थाना क्षेत्र के उतरार गोगहर गांव में मंगलवार को एक दलित विवाहिता की कुपोषण तथा तंगहाली के चलते असमय मौत हो गई। मृतका के पिता की मौत भी तीन वर्ष पूर्व गरीबी तथा बीमारी के चलते हो गयी थी। उक्त थाना क्षेत्र के उतरार गांव निवासी जगनाइन पत्नी स्वर्गीय हरिश्चन्द्र गौतम एक टूटे मकान में अपने चार बच्चों के साथ जीवन के दिन काट रही है। उसकी बड़ी बेटी दिल्ली में रहती है तथा दूसरी बेटी मीना (19) की शादी गत वर्ष उसने लोगों के सहयोग से संग्रामगढ़ के सउना सरैंया में किया था। मीना को बच्चा होने को आया तो वह अपने मायके आ गई लेकिन गांव में ही मजदूरी कर पेट पालने वाली उसकी मां की लाचारी ही थी कि उसने बेटी को किसी बडे़ चिकित्सक के पास नही ले जा पाई। पहले से ही काफी कमजोर मीना कुपोषित हो गई तथा उसका बच्चा भी पेट में ही मर गया। मीना की हालत भी बिगड़ गई जब तक लोग कुछ कर पाते उसने दम तोड़ दिया। मौके पर समाज सेवी शिव शंकर मिश्र तथा कमलेश मिश्र ने सहयोग कर मृतका का अंतिम संस्कार कराया। सूचना पर पहुंचे ससुराल के लोगों के साथ ही ग्रामीण भी काफी गमजदा रहे।