रास्ते में पेड़ की डाली लगने से हुई है मौत
श्रीगंगानगर ब्यूरोः (विनोद सोखल) घड़साना कस्बे के बस स्टेण्ड पर खड़ी निजी बस की छत से मिली लाश के मामले में पुलिस ने इसे हत्या की वारदात मानने से इंकार कर दिया है। पुलिस ने माना है कि बस की छत पर रास्ते में किसी पेड़ की टहनी लगने से इस व्यक्ति की मौत हुई है।
घड़साना में डॉक्टर की कमी के चलते शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में लाया जा रहा है। अनूपगढ़ सर्किल के पुलिस उप अधीक्षक सोहनराम ने बताया कि मृतक की पहचान 45 वर्षीय भंवरराम नायक पुत्र गंगूराम निवासी 65 जीबी के रूप में हुई। भंवरराम के सिर में गंभीर चोट लगी है। कई घंटों तक उसे किसी ने संभाला नहीं, ऐसे में अत्यधिक खून बहने से भंवरराम की मौत हो गई। वह निजी बस की छत पर अकेला ही बैठा था। वह मोहनगढ़ इलाके की सुथार मंडी से अपने गांव आ रहा था। निजी बस में सवार भंवरराम के पास मूंगफली के दो थैले भी थे।
वह मोहनगढ़ इलाके में ठेके पर जमीन काश्त करता था। सीओ के अनुसार बस की छत का निरीक्षण करने के बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि पेड़ की टहनी लगने से भंवरराम नायक की मौत हुई है। बस की छत पर टूटी हुई टहनी भी मिली है। इस पर खून भी लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि परिजनों से समझाइश करके उन्हें शांत कर दिया गया है। सीओ के अनुसार बीती रात शव को घड़साना के सरकारी अस्पताल में रखवा दिया था, लेकिन आज दोपहर तक अस्पताल में डॉक्टर का इंतजाम नहीं था।
ऐसे में पोस्टमार्टम के लिए शव को जिला अस्पताल में लाने का निर्णय लिया गया। दोपहर तक श्रीगंगानगर में भंवरराम का पोस्टमार्टम होने की संभावना है। गौरतलब है कि मोहनगढ़ से श्रीगंगानगर आ रही बस को घड़साना, अनूपगढ़ होते हुए श्रीगंगानगर पहुंचना था। घड़साना में स्टेण्ड पर बस रूकी, तो एक सवारी अपना सामान उतारने के लिए बस की छत पर चढ़ी, तो भंवरराम नायक की लाश देख कर सूचना दी। बस की छत से खून आता देख कर लोगों ने बस की छत से भंवरराम नायक के शव को नीचे उतारा था।