मां कष्टहरणी धाम में लगता है मेला, प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप
गाजीपुर व्यूरो (विकास राय) जनपद के मुहम्मदाबाद तहसील के करीमुद्दीनपुर में मुहम्मदाबाद चितबडागांव सडक मार्ग पर करीमुद्दीनपुर थाने के पास युगों युगो से मां कष्टहरणी का पावन धाम है। यहां त्रेतायुग में भगवान राम अनुज लक्ष्मण के साथ महर्षि विश्वामित्र के साथ बक्सर जाते समय दर्शन पूजन किये और कामेश्वर धाम कारो में रात्रि विश्राम किये।
द्वापर में पांण्डव अपने कुल गुरू धौम्य ऋषि के साथ अज्ञात वास के समय आकर मां कष्ट हरणी का दर्शन पूजन एवम आशिर्वाद प्राप्त किये थे। कलयुग में मां कष्टहरणी ने स्वयं कीनाराम जी को सिद्धी प्रदान की थी। प्रदेश ही नही समूचे भारत में यह एक इकलौता सिद्धपीठ है जहां शारदीय नवरात्र एवम वासन्तिक नवरात्र में हजारों हजार की संख्या में महिलाओं के द्वारा चौबीस घंटे अखण्ड दीपक जलाये जाते है। यह प्रथा भी बहुत पुरानी है। अब तो यहां एक एक दिन में ही दस हजार से भी ज्यादा अखण्ड दीपक जलाये जा रहे है।
इस बार नवरात्र के पांच दिन गुजर गये परन्तु अभी तक मोबाइल शौचालय करीमुद्दीनपुर स्थित कष्टहरणी धाम नहीं पहुंचा। पुलिस क्षेत्राधिकारी मुहम्मदाबाद चन्द्र पाल शर्मा एवम थानाध्यक्ष करीमुद्दीनपुर इन्द्रकांत मिश्रा के द्वारा उप जिलाधिकारी मुहम्मदाबाद से वार्ता की लेकिन कोई नतीजा नही निकला। मां कष्टहरणी धाम के बगल में नव निर्मित मैरेज हाल के प्रोपराइटर इन्दूशेखर राय के द्वारा नवरात्र के नौ दिन सभी श्रद्धालुओं के ठहरने की निःशुल्क ब्यवस्था उपलब्ध करायी गयी है। वासन्तिक नवरात्र के नवमी के दिन मां कष्टहरणी धाम पर मुहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र का सबसे बडा मेला लगता है।इस मेले में कर ईल बांगर के सैकडों गांव से श्रद्धालु एवम दर्शक आते है।