शहरी गरीबों को जगी आवास की उम्मीद
रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) आम बजट में शहरी गरीबों को छत देने की सरकार की मंशा है। अब बजट मिलने के बाद 2500 फ्लैट बनवाने का काम तेज होगा। इसमें दो हजार फ्लैट आरडीए बनवाएगा, जबकि 500 फ्लैटों का निर्माण आवास विकास परिषद कराएगा।
इसके लिए दो स्थानों पर पर्याप्त जमीन चिह्नित कर ली गई है। 500 फ्लैटों का काम शुरू कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी आरडीए ने शुरू करा दी है। पीएम आवास योजना में आवास विकास परिषद लखनऊ को रायबरेली में 500 गरीबों के लिए घर बनवाने का जिम्मा दिया गया है। वृंदावन योजना की तर्ज पर बनने वाले आवासों के साथ ही आवास विकास परिषद को बिजली, पार्क, सड़क, पानी टंकी, कम्युनिटी हाल आदि की सुविधा भी मुहैया करानी है। इसके अलावा आरडीए भी 2000 फ्लैट बनवाएगा। बरखापुर और देवानंदपुर में आरडीए की जमीन भी मिल गई है। बरखापुर में 500 फ्लैटों के निर्माण को शुरू कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है।
बजट आने के बाद अब और फ्लैटों के निर्माण का काम तेज होगा। आवास विकास परिषद और रायबरेली विकास परिषद से फ्लैटों के लिए अब तक जिला शहरी विकास अभिकरण (डूडा) में 2700 गरीबों ने ऑनलाइन आवेदन करके छत की पेशकश की है। इसमें 1500 आवास आरडीए और 1200 आवास आवास विकास परिषद से मांगे गए हैं। लाभार्थियों का कहना है कि मात्र दो लाख रुपये में फ्लैट मिलने से काफी सहूलियतें मिलेगी। आरडीए के सचिव एके राय ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आरडीए से दो हजार फ्लैट प्रस्तावित हैं। 500 फ्लैटों का काम शुरू कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू है। शेष 1500 फ्लैटों के निर्माण का काम भी शुरू कराने के लिए जल्द ही प्रक्रिया शुरू की जाएगी।