• Subscribe Us

logo
12 मई 2024
12 मई 2024

विज्ञापन
मीडिया दस्तक में आप का स्वागत है।
Bihar

दरभंगा के निजी स्कूलों में मची है लूट

Posted on: Fri, 11, May 2018 8:28 AM (IST)
दरभंगा के निजी स्कूलों में मची है लूट

दरभंगाः (राजेश कुमार साहु) बिहार में शिक्षा का स्तर पहले से ही चरमराया हुआ है। सरकार से लेकर शिक्षा विभाग के कान पर जूँ तक नहीं रेंग रहा है। निजी स्कूलों का भरमार होता जा रहा है। जिला स्तर पर पूरे बिहार में अगर कहीं शिक्षा के नाम पर लूट हो रहा है तो वह दरभंगा है। यहाँ सैकड़ों स्कूल संचालक ऐसे हैं जिन्होंने कर्ज लेकर स्कूल की स्थापना की और शिक्षा माफिया बन कर साल दो साल में ही करोड़ों की संपत्ती बना डाली।

केन्द्र सरकार और राज्य सरकार को चाहिए कि शिक्षा में अविलंब सुधार लाने हेतु सभी निजी स्कूल संचालकों की संपत्ति की आयकर विभाग से जाँच कराए और अवैध रूप से बनाई की गई संपत्ति को सील कर सरकार के खजाने में जमा करे। उक्त बातें ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने कही। श्री आलम ने आगे कहा कि आज दरभंगा के स्कूल रोज पब्लिक स्कूल में आयकर विभाग ने छापा मारा है देर से ही सही लेकिन बहुत सराहनीय कार्य किया गया है। जरूरत है दरभंगा समेत पूरे बिहार के निजी स्कूल संचालकों की लूट की संपत्ति पर छापा मारा जाए। गरीबों के बच्चे अच्छी शिक्षा के लिए निजी स्कूल में नामांकन कराते हैं लेकिन उन्हें अच्छी शिक्षा नहीं मिलती, उसके परिजन रूपया भरते भरते अपनी जमीन और आवास तक गिरवी रखने को मजबूर हो जाते हैं।

कोई भी निजि स्कूल ऐसा नहीं है जहाँ दोबारा नामांकन के नाम पर मोटी राशि नहीं ली जाती हो। स्कूल संचालकों द्वारा अभिभावकों को यह सख्ती के साथ आदेश दिया जाता है कि किताब, ड्रेस, टाई, बेल्ट आदि जो भी शिक्षा से जुड़े सामाग्री हैं वह स्कूल से ही खरीदें। इस मामले में भी स्कूल संचालक बड़े पैमाने पर छात्रों के अभिभावक से मोटी राशि लूटते हैं। अगर स्कूलों के शिक्षा की बात की जाए तो शिक्षा के नाम पर शून्य है। निजि स्कूलों में 3000-5000 तक की मासिक तन्खाह पर शिक्षक बहाल किया जाता है जिस कारण शिक्षक भी अपने परिवार को सही ढ़ंग से पोषाण पालन नहीं कर पाते हैं। बहुत सारे स्कूलों में अलग-अलग परिक्षा का सेंटर लेकर पास कराने का काम भी बड़े पैमाने पर चल रहा है। जिस प्रकार से निजी स्कूल संचालकों ने शिक्षा के नाम पर लूट मचा रखा है उसमें सिर्फ स्कूल संचालक जिम्मेदार नहीं हैं जिला के शिक्षा पदाधिकारी और शिक्षा विभाग से जुड़े अफसर भी शामिल हैं जिन्हें स्कूल संचालकों की ओर से हर माह रिश्वत की मोटी राशि दी जाती है।

बेदारी कारवाँ आयकर विभाग, शिक्षा विभाग, राज्य एवं केन्द्र सरकार और जिला के शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी से यह मांग करता है निजी स्कूल संचालकों की मनमानी और शिक्षा के नाम पर अभिभावकों से मोटी राशि की लूट पर अविलंब लगाम लगाए और जिस प्रकार से आज दरभंगा के एक निजी स्कूल रोज पब्लिक स्कूल पर छापा मारा गया है उसी प्रकार से और भी शिक्षा माफिया हैं जिनके पास साल दो साल पहले लाखों रूपया कर्ज हुआ करता था और वह आज करोड़ पति बन गए हैं उनकी संपत्ति की भी जाँच हो और उसे जब्त कर शिक्षा को आसान बनाया जाए। अन्यथा ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ आन्दोलन को अधिक तेज करने को मजबूर होगा।




ब्रेकिंग न्यूज
UTTAR PRADESH - Basti: भारत विकास परिषद ने की बैठक, शतप्रतिशत मतदान की अपील गली मोहल्लों में समस्याओं का अंबार, वोट मांगने नही जा रहे नेता, नारकीय जीवन जी रहे मड़वानगर के लोग आंख में लेंस लगाने के नाम पर चीटिंग, पीड़ित ने मांगा इंसाफ- Cheating in the name of fitting eye lenses, victim demands justice Gorakpur: नवजात में जन्मजात विकृतियों की पहचान कर मुक्ति दिलवा रही हैं रीता Lucknow: युवती संग दुष्कर्म मामले में मौलवी गिरफ्तार GUJRAT - Bharuch: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाला इंजीनियर चौदह दिन की रिमांड पर चौथी मंजिले से गिरकर युवक की मौत