बड़ी खबरः दबदबा फुस्स! खेल मंत्रालय ने सस्पेन्ड किया कुश्ती संघ, महज 66 घण्टे ही अध्यक्ष रहे संजय सिंह
नेशनल डेस्कः बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) का प्रेसीडेन्ट चुने जाने के बाद फेडरेशन को लेकर पूरे देश में चर्चायें तेज हो गई हैं। ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक ने इससे आहत होकर कुश्ती को हमेशा के लिये अलविदा कह दिया। अब इससे जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है।
WFI की नई कार्यकारिणी को खेल मंत्रालय ने रविवार को सस्पेंड कर दिया। 3 दिन पहले 21 दिसंबर को हुए चुनाव में के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह फेडरेशन के प्रेसिडेंट बने थे। वह करीब 65 घंटे ही प्रेसिडेंट रहे। इस मसले पर संजय सिंह ने कहा कि खेल मंत्रालय ने जो भी निर्णय लिया है। मैं इसका स्वागत करता हूं। मगर मैं इस फैसले से आश्चर्य चकित हूं। मैं खेल मंत्रालय से इस बारे में पूछूंगा। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव हुआ था। चुनाव में मुझे 40 वोट मिले थे।
मैं चुनाव जीत करके ही भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष बना हूं। मुझे अध्यक्ष पद विरासत में नहीं मिला है। लेकिन मेरे लिए खेल मंत्रालय सर्वोपरी है। मेरी अभी इस मामले को लेकर के खेल मंत्रालय से कोई बात नहीं हुई है। मैंने पहलवानों को लेकर के कोई विवादित बयान नहीं दिया है। संजय सिंह ने कहा, ’’मैंने कहीं भी पहलवानों का कोई अपमान नहीं किया है। मैं सभी पहलवानों को एक साथ लेकर के चलने का प्रयास कर रहा था। मैं गोंडा जिले के नंदनी नगर स्पोर्ट्स स्टेडियम में तीन दिवसीय नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन किया था। ताकि अंडर- 15 और अंडर- 20 के बच्चों का साल न बर्बाद हो और वह कुश्ती चैंपियनशिप हो जाए।’’