रिश्वतखोर चीफ मैनेजर रंगेहाथ गिरफ्तार
गोरखपुर, उ.प्र.। रेलवे दफ्तर में मंगलवार को सीबीआई ने एन.ई. रेलवे गोरखपुर में तैनात चीफ प्रिंसिपल मैटीरियल मैनेजर केसी जोशी को 5 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जेम पोर्टल के जरिए रेलवे का टेंडर हासिल करने वाली फर्म के मालिक ने 7 लाख रुपए रिश्वत मांगने की शिकायत सीबीआई से की थी।
शिकायत सही मिलने पर सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच की टीम मंगलवार को गोरखपुर पहुंची। यहां टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है मैनेजर के नोएडा सेक्टर 50 स्थित आवास से सीबीआई की टीम ने 50 लाख रुपए कैश भी बरामद किए हैं। बताया गया कि दरअसल, गोरखपुर के रहने वाले प्रणव त्रिपाठी सूक्ति एसोसिएट फर्म के प्रोपराइटर हैं। उनकी फर्म जेम पोर्टल पर रजिस्टर्ड है। वे अपनी फर्म के जरिए से पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर और अन्य सरकारी विभागों में उत्पाद और सेवाएं उपलब्ध कराते है।
प्रवीण को जनवरी महीने में एनई रेलवे में तीन ट्रक की सप्लाई का टेंडर जेम पोर्टल के जरिए मिला था। इसका उन्हें प्रतिमाह 80 हजार रुपए प्रति ट्रक भुगतान होना था। उन्होंने सीबीआई से की गई शिकायत में कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे में प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक केसी जोशी ने धमकी दी कि अगर उसने 7 लाख रुपए रिश्वत नहीं दी, तो उसका टेंडर जेम पोर्टल से निरस्त करा देंगे। उन्होंने फर्म का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने के लिए पत्र भी लिख दिया है। इसके अलावा जो पुराने काम चल रहे हैं, उसे भी रद्द करवाने की बात कह रहे हैं।
सीबीआई मैनेजर को रंगे हाथ पकड़ना चाहती थी। इसलिए टीम ने प्रणव से भी संपर्क किया। प्रणव ने अपने कर्मचारी के जरिए रिश्वत के 5 लाख रुपए केसी जोशी के सरकारी बंगले पर भेजे। जैसे ही उसने रिश्वत की रकम ली, वहां पहले से मौजूद सीबीआई की टीम ने छापा मारकर दबोच लिया। बाद में टीम को उसका नोएडा में भी आवास होने का पता चला, जहां वे परिवार संग रहता है जहां से करीब 50 लाख रुपए कैश भी बरामद किए गए हैं। इसके अलावा सीबीआई को छापामारी के दौरान उसके संपत्तियों और निवेश के दस्तावेज के साथ ही और कीमती चीजें भी मिली हैं। केसी जोशी को आज ाजधानी ले जाकर सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जा सकता है।