वेस्ट बंगाल में 100 प्रतिशत बंदी, 31 मार्च तक कामर्शियल वाहनों पर भी रोक
सिलीगुड़ी, वेस्ट बंगालः (पवन शुक्ला) वैश्विक बिमारी कोरोना के भारत में बढ़ते प्रभाव को खाक में मिलाने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान “जनता कर्फ्यू“ का असर जहां पूरे देश में दिख रहा है वहीं पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार और कोलकाता के बाद बंगाल की सबसे बडी व्यवसायिक मंडी सिलीगुड़ी भी प्रधानमंत्री के साथ कदम से कदम मिला कर चल रही है।
मालूम हो कि शनिवार को गल्ला व किराना मंडी को छोडकर बाकी सभी व्यसायिक संगठनों 72 घंटों के जनता कर्फ्यू का ऐलान किया है। उत्तर बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा समेत सभी पूर्वोत्तर के बाजार और परिवहन सेवायें पूरी तरह से ठप है। सिलीगुड़ी से सिक्किम, डुवार्स, भूटान को जोडने वाली सड़क सेवक रोड सूनसान रही। इस रोड पर सालुगाढ़ा, बेगा सर्किल माँल, भक्तिनगर चौक, विधानरोड, विधान मार्केट, सेवक रोड चौक, हिलकट रोड, वर्धमान रोड, प्रधाननगर, चंपासरी, रेगुलेटर मार्केट, दार्जिलिंग मोड़, गल्ला किराना मंडी खालपाड़ा समेत पूरी सिलीगुड़ी ठप है। हलांकि बंद का नजारा लेने कुछ युवा सड़कों पर निकल रहे है। पुलिस प्रशासन उन्हें अपने घरो में रहने की सलाह दे रहा है।
ट्रकों के प्रवेश पर लगी रोक
दूसरे राज्यों से आने वाली यात्री परिवहन सेवाओं पर सरकार पहले ही रोक लगा चुकी है। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बंगाल सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए पहले अंतर्राज्यीय बसों पर रोक लगाया था। आज रात से बंगाल किसी भी प्रकार के ट्रक, ट्रेलर व कामर्शियल वाहन पर 31 मार्च तक रोक लगा दिया है। हलांकि सरकार ने खाद्यान्न व अन्य आवश्यक वस्तुओं से लदी गाड़ियों को छूट दी गई है। ये आदेश आज रात लागू हो जाएगा।