मोदी ने दी सच बोलने की सजाः तेजस्वी
पटनाः (राजेश कुमार साहु) चारा घोटाले के दुमका कोषागार से निकासी के मामले में रांची हाईकोर्ट में चार मई को लालू प्रसाद यादव की जमानत पर सुनवाई होनी थी, जो हाईकोर्ट में हड़ताल की भेंट चढ़ गई। अब जमानत याचिका पर सुनवाई 11 मई को हागी।
यह जानकारी लालू यादव के वकील चितरंजन सिन्हा ने दी। उसके बाद बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सच बोलने की सजा दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि आप इतने ऊंचे पद पर बैठे हैं, इसलिए आपको बहुत तथ्यात्मक, विश्वसनीय और सटीक होने की आवश्यकता है। विदित हो कि कर्नाटक में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु और पूर्व रक्षा मंत्री कृष्णा मेनन ने 1948 में पाकिस्तान से जंग जीतने का बाद जनरल थिमाय्या को अपमानित किया था।
इस पर तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री को गलत जानकारी नहीं देने की सलाह दी। जबकि इतिहास गबह है की कृष्णा मेनन 1957 से 1962 तक डिफेन्स मिनिस्टर थे और जेनरल थिमय्या 1957 से 1961 तक आर्मी चीफ थे, इसी कारण तेजस्वी ने ट्वीट किया था जिसकी सजा पिता लालू प्रसाद को मिली। फिलहाल मामले की अगली सुनबाई 11 मई को होगी।