सरकार की मंशा पर पानी फेर रहा संडीला नगरपालिका
हरदोई (प्रदीप सोनी) जिले के संडीला नगर पालिका की बोर्ड बैठक कल होनी थी। सभासदों द्वारा नगर पालिका में हुई भारी लूट का खुलासा होना था। इस डर से नगर पालिका चेयरमैन ने मीटिंग कैंसिल कर दी। पिछले करीब एक साल से नगर पालिका की कोई बैठक नहीं हुई। नगर पालिका संडीला में सभी कार्य अपनी मर्जी से चेयरमैन करा रहे थे।
यही नही कस्बे के कई नागरिको ने आरटीआई से सूचना भी मांगी लेकिन किसी को संतोष जनक जवाब नही मिला। संडीला नगर पालिका में चापलुसों को ठेके पर रखने की प्रकिया भी चलती है, बात यही नही ख़त्म होती, कई कर्मचारी ऐसे जो काम पर नही जाते और सेलरी पूरी प्राप्त करते है तो कुछ कर्मचारी ऐसे भी है जिनसे 24 घण्टे का कार्य लिया जाता है। कई कर्मचारी ऐसे भी है जो चापलूसी कर चपरासी के पद पर होकर टेक्नीशियन जैसी पदों पर कार्यरत है। ऐसी कई मशीने, टैम्पो, एस्कॉर्ट 710, मैजिक कूड़ा गाड़ियां, कई नई ट्रालियां, रोड़ साफ करने की मशीनें जैसी कई साधन है, जिनकी कीमत लाखो में है। कूड़े में सड़ने को मजबूर है, कई मशीने तो एक या दो बार ही चली होंगी। संडीला नगर पालिका पैसो की बर्बादी करने में देखा जाये तो महारत हासिल की है। लाखो का चूना लगाकर ठेंगा दिखा रही सरकार को।