रेप के बाद जिंदा जलाई गयी युवती ने दम तोड़ा
नेशनल डेस्कः देशभर में हो रही बलात्कार के घटनाओं की जिम्मेदार पुलिस भी है। पुलिस थानों मे की गयी शिकायतों को समय रहते गंभीरता से लिया जाये तो दुष्कर्म की घटनाओं में कुछ कमी अवश्य आयेगी लेकिन पुलिस अधिकांश मामलों में पर्दा डालने का ही काम करती है और तब तक तमाशबीन बनी रहती है जब तक कोई बड़ा हादसा न हो जाये।
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में अहियापुर में रेप के बाद जिंदा जलाई गई युवती जिंदगी की जंग हार गई। सोमवार रात 11ः40 बजे पटना के अपोलो बर्न हॉस्पिटल में उसने दम तोड़ दिया। वह अस्पताल में 10 दिसंबर से भर्ती थी। 7 दिसंबर को दुष्कर्म में विफल रहने पर युवती को राजा और उसके साथी मुकेश ने केरोसिन छिड़क कर जला दिया था। वह 95 फीसदी जल गई थी। मामले में जिस प्रकार की जानकारी मिल रही है उससे स्थानीय पुलिस की लापरवाही सामने आई है।
बीते 3 साल से छेड़खानी से परेशान युवती और उसके परिजनों ने थाने में 5 बार शिकायत की। लेकिन किसी ने नहीं सुनी। पुलिस ने उल्टा उसे ही नसीहत दी थी, आरोपी के के परिवार से मत उलझो। ट्रॉमा सेंटर से बेहतर इलाज के लिए मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में युवती को 24 घंटे तक नहीं ले जाया गया। एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में पर्याप्त व्यवस्था नहीं रहने पर भी 36 घंटे तक रोके रखा। बाद में बर्न वार्ड से सर्जिकल आईसीयू में ले जाया गया, लेकिन पटना रैफर नहीं किया गया। स्थिति गंभीर होने और परिजन के आग्रह करने पर पटना अपोलो हॉस्पिटल भेजा गया जहां उसने अंतिम सांस ली।