बीएचयू से निष्कासित छात्र को गोलियों से भूना
वाराणसीः बीएचयू परिसर में स्थित बिड़ला ए छात्रावास के पास मंगलवार देर शाम कुछ बाइक सवार बदमाशों ने एमसीए के निष्काषित छात्र गौरव सिंह (23 वर्ष) को गोलीमार दिया। उसे गम्भीर हालत में बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस घटना से गुस्साए छात्रो ने बीएचयू के ट्रामा सेंटर में तोड़फोड़ की। वही रुइया छात्रावास में रहने वाले एक छात्र की पिटाई भी कर दिया।
इसके साथ ही बिड़ला सी में आरोपियों के मौजूद होने का आरोप लगाकर छात्रों ने जमकर पथराव किया। जानकारी मिलते ही डीएम और एसएसपी 16 थानों की फोर्स और सीआईएसएफ के जवानों के साथ बीएचयू पहुचें। देर रात तक बीएचयू के हॉस्टलों और आस-पास के क्षेत्र में छापेमारी कर मौत से पहले गौरव द्वारा बताए गए चार आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वारदात की वजह छात्र गुटों की पुरानी रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई बताई जा रही है। गौरव सिंह रोहनिया थाना क्षेत्र अखरी का निवासी है। जिसके पिता राकेश सिंह बीएचयू के बड़े बाबू के पद और कर्मचारी है।
गौरव दिसम्बर 2017 में बीएचयू में हुए बवाल का आरोपी होने के कारण 2018 में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। और इसी के बाद से गौरव का बीएचयू से निष्काषित चल रहा था। छात्रों के अनुसाए करीब शाम 7 बजे बिड़ला ए चौराहे पर गौरव अपने मित्रों से बातचीत कर रहा था। इसी दौरान दो बाइक सवार पर सवार चार बदमाश आए और गौरव पर दो पिस्टल से 8 से 10 राउंड फायर झोंक दिया। जिससे छात्रो में भगदड़ मच गई। खून से लथपथ गौरव जमीन और गिर पड़ा। गौरव द्वारा बताए गए चारो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
बीएचयू चीफ प्रॉक्टर रॉयना सिंह के खिलाफ मुकदमा
बीएचयू चीफ प्रॉक्टर रॉयना सिंह के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। गौरव के पिता राकेश सी गज की तहरीर पर बीएचयू चीफ प्रॉक्टर रॉयना सिंह, आशुतोष त्रिपाठी, रुपेश तिवारी, कुमार मंगलम, विनय द्विवेदी और दो से तीन अज्ञात के खिलाफ 147, 148, 149, 120 बी, 302, 34, 7 आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। चीफ प्रॉक्टर पर षडयंत्र रचने का आरोप लगाया गया है।