पहला कैशलेस गांव बना मिसिरपुर
वाराणसी: प्रधानमंत्री की नोटबंदी की घोषणा के बाद दुश्वारियां झेल रहे लोगों के लिये खास खबर यह है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र का मिसिरपुर गांव यूपी का पहला कैशलेस गांव बन गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने यहां की 4 दुकानों में स्वाइप मशीन (पीओएस) और 20 किसानों को एंड्रॉयड मोबाइल दिया है।
बैंक के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि गांव में छोटे से छोटा दुकानदार भी कैशलेस पेमेंट के तरीके अपना रहा है। यहीं नहीं पकौड़ी-समोसा बेचने वाली 60 साल की बुजुर्ग महिला ने भी स्वाइप मशीन के लिए फॉर्म भरा है। उसकी महिला की दिनभर की कमाई मुश्किल से 150 से 200 रुपए है। बैंक के अधिकारी की माने तो कुछ ही दिनों में कई और गांव कैशलेस ट्रांजेक्शन अपनाने वाले गावों की सूची में शुमार हो जायेंगे। फिलहाल मिसरपुर की कुल आबादी 4400 है, यहां 226 घर हैं। कुल 2200 परिवारों के 3500 बैंक खाते हैं।