सड़क पर उतरे बेरोजगार, मांगा हक
प्रयागराजः (प्रिंस श्रीवास्तव) माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा विज्ञापन में सम्मिलित किए गए पदों के सापेक्ष भर्ती करने के प्राविधान को एक बार पुनः खंण्डित किया गया, जिसके लगभग 600 पदों को विज्ञापन से बाहर कर रिजल्ट घोषित करने की कवायद स्वतः चयन बोर्ड द्वारा शुरू कर दिया गया जो बेहद निन्दनीय है। युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा चयन बोर्ड अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है।
जिला विद्यालय निरीक्षकों की सह और मोटी रकम के दम पर तदर्थ शिक्षकों के अधियाचन को छुपाया जा रहा है जब की खाली पदों की संख्या आज भी लाख से कम नहीं है। और तो और तदर्थ शिक्षकों को पूरा संरक्षण दिया जा रहा है। ऐसे में चयन बोर्ड की साख भी दाव पर लगाई जा रही है। सर्व विदित है कि सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश किया था कि विज्ञापित पदों को घटाया नहीं जाएगा। लेकिन दुर्भाग्य है कि चयन बोर्ड आज भी अपने ढर्रे से बाज नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि 2013 में विज्ञापित पदों को घटाने की याचिका संजय सिंह को सिग्ल बेंच के आदेश पर चयन बोर्ड को अवशेष पैनल का रिजल्ट विज्ञापन के सापेक्ष घोषित करना पड़ा था। इतना ही नही चयन बोर्ड द्वारा उसे डबल बेंच में भी चैलेन्ज कर दिया गया है जो बेरोजगारों का मानसिक उत्पीड़न है जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। विज्ञापित 600 पदों को घटाना किसी भी हाल में युवा मंच को मंजूर नहीं है।