जीएसटी के दायरे में आने से सस्ता नही होगा पेट्रोल
पटना (राजेश कुमार साहु) बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को कहा कि यह गलतफहमी है कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने से ये सस्ते हो जाएंगे। पेट्रोल और डीजल के मूल्य में वृद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत बढऩे की वजह से है।
राहत की बात यह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें कम होनी शुरू हुई हैं। संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में मोदी ने यह बात कही। मोदी ने कहा कि यह मालूम होना चाहिए कि पेट्रोल व डीजल के मूल्य पर एक्साइज ड्यूटी नहीं लगती। वस्तु स्थिति यह है कि यह प्रति लीटर के आधार पर है। अगर राज्य सरकार अपने स्तर पर लिए जाने वाले कर को कम करती है तो विकास के कार्य प्रभावित होंगे। वहीं, राज्य सरकार को यह भी अधिकार है कि जीएसटी के ऊपर भी वह अतिरिक्त कर लगा सकती है।
पेट्रोल व डीजल को जीएसटी के दायरे में लाए जाने की कोई योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह जीएसटी कांउसिल को तय करना है। यह निर्णय है कि जब तक जीएसटी पूरी तरह से व्यवस्थित नहीं हो जाता तब तक पेट्रोल व डीजल को इसके दायरे में नहीं लाया जाएगा। बता दें कि इन दिनों पेट्रोल की कीमत 80 रुपये प्रति लीटर से उपर जा चुकी है। कई लोगों का कहना है कि आखिर सरकार पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के तहत क्यों नहीं लाती है। उनका मानना है कि जीएसटी के तहत आने से पेट्रोल-डीजल की कीमत कम हो जायेगी। सुशील मोदी ने उन सभी की गलतफहमी को दूर किया है।