जानिये क्यों खास हैं डा. अलका राय
गाजीपुर व्यूरो (विकास राय) जनपद मऊ में महिला हॉस्पिटल में संविदा पर तैनात एक महिला डॉक्टर अलका राय ने अपने आप में कीर्तिमान स्थापित किया है। महिला डॉक्टर होने के नाते सरकार की योजनाओं को अपने माध्यम से भरपूर प्रचार प्रसार किया है। उन्होने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, समाज उठाओ का नारा दिया, गोदभराई, कन्या पूजन जैसी योजनाओं को उजागर किया। आप एक फौजी की बेटी और पत्नी है। महिला डॉक्टर के रूप में मऊ के सदर हॉस्पिटल में संविदा पर तैनात रहते हुए अपने कार्यों को बखूबी अंजाम दे रही हैं।
डॉ॰ अलका राय का जन्म 1964 में हुआ है और शिक्षा उच्च माध्यमिक आर्मी पब्लिक स्कूल धौला कुआं दिल्ली 1981 में, एमबीबीएस 1985 में गोल्ड मेडलिस्ट, शुरुआत में 1993 दिल्ली में रहकर एक प्राइवेट नर्सिंग होम में लोगों की सेवा की, मेट्रो सिटी की लाइफ़ से उनका मन ऊब गया तो उन्होंने अपने गृह जनपद की ओर रुख किया। गरीबों के लिए कुछ करने का सपना लेकर आयीं अलका राय ने अपनी यात्रा शुरू की। यहां पर मौजूद गरीब महिलाओं को उनके लिए अच्छी से अच्छी और सस्ती चिकित्सा मुहैया कराना इनका लक्ष्य बन गया और वे निरंतर लोगों की देखभाल में अपना समय देने लगी।
वह कभी अपने आप को डॉक्टर नहीं समझती हैं बल्कि एक समाजसेवी के तौर पर महिलाओं के बीच में कार्य करती हैं। अस्पताल में डॉ॰ अलका गर्भवती महिलाओं का बहुत अधिक देखभाल करती हैं और जब किसी महिला को बच्चा होता है तब वह महिला और बच्चे को 5 सागौन के पौधे और मिठाई के डिब्बे के साथ विदा करती हैं। डॉ॰ अलका सभी को समय-समय पर फोन करके हालचाल लेती है और टीकाकरण, जाँचे आदि कराती हैं। इसके अलावा वह बच्चों की पढ़ाई पूरी होने तक स्कोलरशिप, आने जाने के लिए साइकल का इंतजाम भी पूरी तरह से निःस्वार्थ भाव से करती हैं जैसे वह डॉक्टर न होकर उनकी “माँ” हों।