पिपराईच CHC पर PMSMA दिवस का आयोजन
गोरखपुर, 09 फरवरी। बिल एंड मिलिन्डा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) की एक टीम गोरखपुर मंडल में दौरे के आखिरी दिन पिपराईच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंची। टीम ने सीएचसी पर आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस में प्रतिभाग किया और विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों का भी गुरूवार को ही निरीक्षण किया।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नंद कुमार ने बताया कि जिला महिला अस्पताल, भटहट सीएचसी, पिपराईच सीएचसी और जैनपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर बीएमजीएफ टीम का दौरा स्वास्थ्य सेवा सुदृढ़ीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ नंद कुमार ने बताया कि दौरे का उद्देश्य मातृ शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों, परिवार नियोजन कार्यक्रमों और राष्ट्रीय कार्यक्रमों को देख कर भविष्य की बेहतर कार्ययोजना में सहयोग करना है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे की देखरेख में भटहट और पिपराईच सीएचसी कायाकल्प अवार्डेड हैं और जैनपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी कायाकल्प अवार्ड मिल चुका है।
जिला महिला अस्पताल एनक्वास सर्टिफाइड अस्पताल है। इन सभी स्थानों की बेस्ट प्रैक्टिसेज का टीम द्वारा अध्ययन किया गया है। इन सभी अस्पतालों में विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन करने में स्वयंसेवी संस्थाएं यूपीटीएसयू, पाथ, जपाइगो और सीफार ने भी लगातार योगदान दिया है और इस योगदान के प्रभावों को भी टीम द्वारा देखा गया है। पिपराईच सीएचसी के अधीक्षक डॉ मणिशेखर ने बताया कि टीम ने अस्पताल में आयोजित पीएमएसएमए दिवस के सम्बन्ध में संवाद भी किया ।
बीएमजीएफ टीम से ट्रैसी मैकनील, डॉक्टर रजनी वेद, विशाल डोगरा व ओमेन जान ने, जबकि यूपीटीएसयू से डॉक्टर संजीव व डॉक्टर अर्चना ने और जपाइगो संस्था से डॉक्टर संजय ने सीएचसी का विजिट किया। विजिट के दौरान सबसे पहले टीम ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गये पोषाहार के स्टाल को देखा और उनसे पोषाहार के बारे में बातचीत की। इस मौके पर गर्भवती को चिकित्सकीय जांच की सुविधा के अलावा पोषक सामग्री जैसे चना, केला आदि भी टीम के हाथों दिलवाया गया। टीम ने ओपीडी, प्रसव कक्ष, ओटी, नवजात शिशु देखभाल कक्ष, फार्मेसी, परिवार नियोजन काउंसिलिंग कक्ष आदि का अवलोकन किया। टीम ने स्वास्थ्यकर्मियों से संवाद भी किया।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विस्तार से संवाद किया। ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजमेंट यूनिट (बीपीएमयू) पहुंच कर एचएमआईएस रिपोर्टिंग की प्रक्रियाओं को समझा। टीम के विजिट के दौरान चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कविता सिन्हा, चिकित्सक डॉक्टर स्वाति, स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी संजय सिंह, बीपीएम प्रशांत गोबिंद राव और बीसीपीएम विमलेश त्रिपाठी ने विशेष सहयोग किया। विजिट के दौरान यूपीटीएसयू, पाथ, जपाइगो और सीफार के प्रतिनिधिगण भी मौजूद रहे।
मृत्यु दर कम करने का प्रयास
डॉ मणि शेखर ने बताया कि बीएजीएफ टीम को जानकारी दी गयी कि सीएचसी पर पीएमएसएमए दिवस पर हर महीने की नौ तारीख को गर्भवती की जांच की जाती है। उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं को चिन्हित कर आवश्यक परामर्श दिया जाता है। ऐसी महिलाओं की 24 तारीख को विशेषज्ञ चिकित्सक से भी जांच कराई जाती है। इसका उद्देश्य मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना है। सीएचसी पर नार्मल डिलेवरी के अलावा ऑपरेशन से प्रसव की भी सुविधा उपलब्ध है।