वित्तविहीन प्रधानाचार्यों को केंद्र व्यवस्थापक पद से हटाया जाना अपमानजनक -संजय द्विवेदी
संतकबीर नगरः उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री संजय द्विवेदी ने कहा है कि वित्तविहीन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को केंद्र व्यवस्थापक पद से हटाया जाना अपमान जनक है। सरकार के इस कदम से वित्त विहीन विद्यालयों के संचालक हैरान है। मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूर्व से संचालित व्यवस्था को बनाए रखने का अनुरोध किया है।
श्री द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पूर्व की व्यवस्था को बनाए रखने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में श्री सिंह ने कहा है कि प्रदेश सरकार अपने पूर्व निर्गत शासनादेश को विखंडित किए बगैर ही व्यवस्था में सुविधानुसार संशोधन करते हुए स्पष्ट किया है कि वित्तविहीन विद्यालय में कार्यरत प्रधानाचार्य केंद्र व्यवस्थापक नहीं रहेंगे और ब्राह्य अतिरिक्त केंद्र व्यस्थापक को ही केंद्र व्यवस्थापक का दायित्व सौंपा जाएगा। यह भी कहा गया है कि विद्यालय के प्रधानाचार्य अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक का दायित्व का निर्वहन करेंगे।
इस आदेश के निर्गत होने से वित्त विहीन व्यवस्था के प्रधानाचार्य शिक्षकों में असंतोष व्याप्त है। संगठन का मानना है कि इस प्रकार वित्तविहीन व्यवस्था के प्रधानाचार्य को केंद्र स्थापक के दायित्व से मुक्त करना उनके प्रति अविश्वास प्रकट करते हुए उन्हें अपमानित करने जैसा है, जिसे तुरंत वापस लिया जाए। श्री द्विवेदी ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों की समीक्षा करने के लिए 14 अप्रैल 2022 को जयनारायण इंटर कॉलेज लखनऊ में माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई है। बैठक में वर्तमान परिस्थितियों की समीक्षा और भावी संघर्ष की रूपरेखा तय की जाएगी। बैठक में प्रदेश के सभी मंडल अध्यक्षों, जिला अध्यक्षों, प्रांतीय कार्यसमिति के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है।