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बिन मौसम बरसात ने बरबाद की नमक की खेती, उत्पादन 50 फीसदी कम होने की संभावना

Posted on: Sat, 04, Dec 2021 4:57 PM (IST)
बिन मौसम बरसात ने बरबाद की नमक की खेती, उत्पादन 50 फीसदी कम होने की संभावना

भरुच, गुजरातः (बीके पाण्डेय) भरुच जिले में तौकते तूफान के बाद पिछले दिनों हुई बेमौसम की बरसात से चालीस हजार हेक्टेयर इलाके में नमक बह गया। इस साल नमक के उत्पादन में पचास प्रतिशत की गिरावट होने की संभावना व्यक्त की गई है। जिले में 105 नमक के खेतों में पकने वाले 18 लाख टन नमक के सामने इस साल 12 लाख टन ही नमक का उत्पादन होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

बिन मौसम की बरसात से नमक की खेती का सीजन दो माह तक के लिए और आगे बढ़ गया है। बिनमौसमी बरसात से जिले के वागरा,जंबूसर, हांसोट में नमक के खेत के धुल जाने से पाच से सात लाख टन नमक उत्पादन में कमी आई है। भरुच जिले में स्थित चालीस हजार हेक्टेयर में स्थित 105 नमक के अगर(खेत) को तौकते तूफान के बाद सबसे ज्यादा असर बेमौसम की बरसात से हुआ है। नमक की खेती करने वाले लोगो को काफी ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस साल नमक के उत्पादन में सात से आठ लाख टन कि गिरावट होने से नमक की खेती करने वालों के सामने परेशानी उत्पन्न हो गई है।

तौकते तूफान ने पहले ही नमक की खेती करने वाले लोगो की कमर तोड़ कर रख दी थी। अब बिन मौसम की बरसात ने और ज्यादा नुकसान करा दिया। वागरा,जंबूसर व हांसोट इलाके में तैयार नमक के बह जाने से काफी नुकसान का सामना नमक की खेती के साथ जुड़े लोगो को करना पड़ा है। हवा की गति व बरसात के कारण मिट्टी से बनाई गई मेड़, तालाब,क्यारा सेक्शन, रोड व रास्तों का नुकसान हुआ है। नमक के खेतों में पचास प्रतिशत तक मिट्टी की कटान हो चुकी है। नमक का सीजन दो माह देर से शुरु होगा साथ ही साथ उत्पादन के आधा होने से नमक किसान चिंतित दिख रहे हैं।

भरुच जिले में प्रति वर्ष 18 लाख टन नमक का उत्पादन होता है व इसमें से बीस प्रतिशत नमक खाने में व अस्सी प्रतिशत नमक अन्य कंपनियों में इस्तेमाल के लिए जाता है। तौकते तूफान के समय नमक के पहले सीजन में नमक किसानों को पंद्रह से सोलह करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। जिले में नमक उद्योग के साथ नमक के काम में लगे नमक श्रमिक जिन्हें स्थानीय भाषा में अगारिया कहते हैं सहित चार हजार परिवार प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार हासिल करते हैं। अब बरसात के बाद फिर से मेड़ बांधने की नौबत आ गई है।

राहत पैकेज देने की मांग

भरुच जिले में प्रति वर्ष अठारह लाख टन नमक का उत्पादन होता है। नमक की खेती से जुड़े लोगो ने कहा कि सरकार को नमक किसानों को राहत पैकेज देना चाहिए। इसके पहले नमक किसानों ने सरकार के पास से बिना ब्याज पर लोन देने की भी मांग की थी।

शुरु होगा नमक का उत्पादन

नमक उद्योग से जुड़े पराग शेठ ने कहा कि बिन मौसम की बरसात से जिले में तीस से पैतीस करोड़ रुपए का नुकसान नमक उद्योग को उठाना पड़ा। अगर अब कोई प्राकृतिक आपदा न आये तो मार्च माह में ही नमक का उत्पादन होगा।




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