असम में राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोका गया, कांग्रेसियों ने सड़क पर शुरू किया भजन
नेशनल डेस्कः राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के नौवें दिन सोमवार (22 जनवरी) को राहुल गांधी असम के नगांव पहुंचे। वे यहां बोर्दोवा थान में संत श्री शंकरदेव के जन्मस्थल पर दर्शन करने आए थे, लेकिन उन्हें एंट्री नहीं दी गई। सुरक्षाबलों ने राहुल और अन्य कांग्रेस नेताओं को बाहर ही रोक लिया। सभी को 3 बजे के बाद मंदिर आने के लिए कहा गया।
इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर गांधीजी का प्रिय भजन ‘रघुपति राघव राजाराम’ गाना शुरू कर दिया। भाष्कर डिजिटल के मुताबिक मंदिर के बाहर राहुल गांधी और सुरक्षाबलों के बीच बहस हुई। राहुल ने पूछा- मैंने कौन सा अपराध किया है कि मैं मंदिर नहीं जा सकता? क्या पीएम मोदी तय करेंगे कि मंदिर कौन जाएगा। कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी 11 जनवरी से यहां आना चाहते थे। इसके लिए हमारे दो विधायक मंदिर प्रबंधन से मिले भी थे। हमने बताया था कि हम 22 जनवरी को सुबह 7 बजे यहां आएंगे। हमें बोला गया कि हमारा स्वागत किया जाएगा।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मंदिर प्रबंधन ने रविवार (21 जनवरी) को बताया था अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बोर्दोवा थान में हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटेंगे। इसी वजह से राहुल गांधी को दोपहर 3 बजे के बाद मंदिर में आने दिया जाएगा। इससे पहले कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के आठवें दिन रविवार (21 जनवरी) की दोपहर असम के सोनितपुर में राहुल गांधी से धक्का-मुक्की हुई थी। असम के कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा घायल हुए। महासचिव जयराम रमेश की कार को भी निशाना बनाया गया। सोनितपुर की घटना के बाद असम के नागांव जिले में पहुंचे राहुल गांधी को शाम के वक्त भोजनालय में लोगों की भीड़ ने घेर लिया। उनके खिलाफ नारे लगाए गए।
सामागुरी कांग्रेस विधायक रकीबुल हुसैन का विरोध करते हुए लोगों ने अन्याय यात्रा और रकीबुल वापस जाओ लिखी तख्तियां भी दिखाईं। कांग्रेस पार्टी ने न्याय यात्रा के काफिले पर 48 घंटे में दूसरी बार हमले का आरोप बीजेपी पर लगाया। राहुल गांधी ने कहा- आज बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता झंडा लेकर हमारी बस के सामने आ गए। मैं बस से निकला, वो भाग गए। हमारे जितने पोस्टर फाड़ने हैं, फाड़ दो। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारी विचारधारा की लड़ाई है, हम किसी से नहीं डरते हैं। न ही नरेंद्र मोदी से, न असम के मुख्यमंत्री से। इससे पहले 19 जनवरी की रात को भी कांग्रेस ने न्याय यात्रा पर भाजपा के हमले का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें कुछ गाड़ियों के शीशे टूटे हुए दिख रहे थे। साथ ही कुछ लोग पार्टी के होर्डिंग-बैनर उखाड़ते दिख रहे थे।