आक्सीजन लेवल और बुखार मापने में बरतें सावधानी
संतकबीर नगर (संजय श्रीवास्तव) होम आइसोलेशन को लेकर स्वास्थ्य मन्त्रालय ने अपनी संशोधित गाइडलाइन में पल्स ऑक्सीमीटर के प्रयोग के बारे में भी विधिवत जानकारी दी है। पल्स आक्सीमीटर को चालू करें और यह सुनिश्चित करें कि स्क्रीन पर संख्या दिख रही हो। हाथ के बीच वाली ऊँगली को ऑक्सिमीटर में सही तरीके से डालें।
पल्स का पता लगाने एवं स्क्रीन पर ऑक्सीजन के स्तर की सही रीडिंग के लिए कुछ सेकंड इंतजार करें। यदि ऑक्सीजन का स्तर 95 से कम होता है तो व्यक्ति को तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. गलत रीडिंग से बचने के लिए नेल पॉलिश लगी ऊँगली से जाँच न करें। थर्मल गन से तापमान मापने के लिए इसे हथेली से पकड़कर 6 इंच की दूरी पर रखें और तापमान को रिकॉर्ड करने के लिए निर्धारित बटन को दबाए। यदि तापमान 100 डिग्री फारेनहाइट है या इससे अधिक है तो इसे बुखार माना जाता है। किसी दूसरे व्यक्ति को थर्मल गन देने से पहले इसे सेनेटाइज जरुर करें।
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है। मरीज दिन में दो बार गर्म पानी से गरारे एवं भांप ले सकते हैं। रेमेडीसीवीर या इस तरह की अन्य अनुसंधान्तामक थेरेपी को लेने से पहले किसी चिकित्सक की सलाह लेना जरुरी कहा गया है। साथ ही ऐसी दवाओं को खरीदकर घर में रखने एवं खुद से इंजेक्शन लेने से मना किया गया है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज को अगर सांस लेने में तकलीफ़ हो, ऑक्सीजन का स्तर 94 से कम हो, छाती में लगातार दर्द का बना रहे या अचानक बढ़ जाए। मानसिक रुप से अधिक परेशान हो रहा हो तो तुरन्त ही उसे चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।