देखों! आंख न मिलाना
भरुच, गुजरात (बीके पाण्डेय)। बरसात के समय अधिकतर जल जनित बीमारियों में इजाफा देखने को मिलता है परंतु पिछले दस दिनों से सिविल अस्पताल में आंख लाल होने की बीमारी जिसे चिकित्सकीय भाषा में कन्जेक्टीवाईटिस कहा जाता है के केस में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। तीन दिन में ही मात्र सिविल अस्पताल में रोजाना पचास से पचहत्तर केस दर्ज किए गए।
भरुच में पिछले एक सप्ताह से आंख लाल होने का केस सामने आ रहा है। इसका सबसे ज्यादा शिकार छोटे बालक हो रहे हैं। सिविल अस्पताल मे स्थित ओपीडी मरीजों से भरी हुई है। रोजाना पचास से पचहत्तर केस सिविल में आ रहे हैं जबकि काफी मरीज अपना इलाज निजी अस्पतालों में भी करा रहे हैं। सिविल अस्पताल में नेत्र चिकित्सा विभाग की प्रमुख डाँ.श्वेता कोसमिया ने कहा कि वर्तमान में शहर में आंख लाल होने की बीमारी तेजी से पसरी हुई है। यह वायरल इंफेक्शन होने के कारण काफी तेजी से अपना पांव पसार रही है। ऐडिनो वायरस, ईको वायरस, कोकाई वायरस व फ्लू जैसे कई वायरस से कंन्जेक्टिवाईटिस होता है।
कराये जांच
हाल में अगर लोगो में लाल आंख दिखे तो उनको तत्काल ही चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। चिकित्सक से एक बार मिलने के बाद लोगो को अपनी आंख की जांच करा लेनी चाहिए। घर में किसी सदस्य को भी लाल आंख होने पर दवा अवश्य लेनी चाहिए व आंख लाल होने की समस्या पांच दिन से लेकर एक सप्ताह तक बनी रहती है।
इनका कहना है
जिला स्वास्थय अधिकारी डाँ.जे.एस.दुलेरा ने कहा कि वर्तमान में बड़ी उम्र के लोगो के साथ बालकों में यह बीमारी देखने को मिल रही है। एडीनो वायरस के संक्रमण के कारण कंन्जेक्टिवाईटस का केस बढ़ा है। प्रत्येक स्वास्थय केन्द्र पर सर्तकता के साथ जागरुकता लाने के लिए सूचित किया गया है। स्कूल मे बालकों को असर अगर है तो उन्हें अवकाश देने के लिए कहा गया है।