सीएमओ ने बताई स्वास्थ्य महकमे की उपलब्धियां
संत कबीरनगर (संजय श्रीवास्तव) प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी व जनपद के एसीएमओ डॉ मोहन झा ने बताया कि जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर आधारभूत कार्य किए गए। वर्ष 2019 में जेई, एईएस प्रभावित इस जनपद के लिए जिला अस्पताल में 10 बेड के पीआईसीयू (पिडियाट्रिक इंसेन्टिव केयर यूनिट) के अतिरिक्त 20 बेड का एक अन्य पीआईसीयू बनवाने के 1.5 करोड़ रुपए अवमुक्त हुए थे जिससे इसका निर्माण पूरा हुआ। इससे इस पीआईसीयू का निर्माण हुआ। इसके अतिरिक्त जनपद में 17 करोड़ की लागत से 100 वेड का मैटर्निटी विंग भी बनकर तैयार हुआ। नगर पंचायत मगहर तथा कांशीराम आवासीय योजना में दो नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी बनाए गए। 12 लाख की लागत से कोरोना वैक्सीन को सुरक्षित करने के लिए जिला वैक्सीन स्टोर तथा बघौली में केन्द्रीय औषधि भण्डार में सुविधाएं बढ़ाई गई। 50 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर बनाए गए जहां पर असंक्रामक बीमारियों का इलाज होगा। इसके साथ ही बुजुर्गों के लिए जेरियाटिक वार्ड, असंक्रामक बीमारियों के इलाज के लिए एनसीडी सेल, 5 किशोर क्लीनिक विकसित किए गए।
वहीं मरीजों के परिजनों के लिए रैनबसेरा का भी निर्माण कराया जा रहा है। गुर्दे के रोगियों के लिए डायलेसिस यूनिट का भी कार्य चल रहा है। क्षय रोगियों की जांच के लिए 3 ट्रूनाट मशीने भी मंगाई गई और उनका व्यवस्थापन किया गया। जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमन्त्री मातृ वन्दना योजना, प्रधानमन्त्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के साथ ही आयुष्मान भारत योजना में तकरीबन 1 लाख गोल्डेन कार्ड बनाए गए। तकरीबन 4 हजार लोगों को इन योजनाओं का लाभ देते हुए 4 करोड़ से अधिक की धनराशि से लोगों का इलाज विभिन्न प्राइवेट चिकित्सालयों में कराया गया।
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिहाज से देखें तो संतकबीरनगर जनपद में एक जिला संयुक्त चिकित्सालय है, 100 बेड के इस अस्पताल में महिलाओं और पुरुषों का एक साथ इलाज किया जाता है। जिले में कुल 6 सीएचसी हैं। तीनों तहसीलों पर तीन सीएचसी एफआरयू मेंहदावल, हैसर व खलीलाबाद हैं। जबकि तीन अन्य सीएचसी नाथनगर, सेमरियांवा व सांथा हैं। बघौली, बेलहरकला व पौली हैं। जिले में कुल 19 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं। इनमें दुधारा, रोशया बाजार, चुरेब और बखिरा 24 गुणे 7 चलने वाले पीएचसी हैं।
जबकि सिक्टहां, देवकली, औराडाड़, जगदीशपुर, मगहर, कांशीराम आवास, हाड़ापार, परसा झकरिया, परसा पाण्डेय, साड़े कला, हरैया मुसहरा, मेंहदूपार, रमवापुर सरकारी, बूधा कला व दानोंकुईया में केवल पीएचसी हैं। जिले में 1 ब्लड बैंक, 1 क्षय रोग हास्पिटल मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त जिले में जेई और एईएस के रोगियों के लिए 6 इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेण्ट सेण्टर, 3 मिनी पिडियाट्रिक आईसीयू और 1 पीआईसीयू है। वहीं जिले के हर प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में जेई व एईएस के वार्ड हैं यह उक्त जानकारी अपर सीएमओ डॉ मोहन झा ने कार्यक्रम के दौरान उपलब्धियां बताई।