बिहार बंद सफल, कई संगठन सड़क पर उतरे
दरभंगा, बिहारः (राजेश कुमार साहू) केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का बुधवार को दूसरा दिन रहा। श्रमिक संगठनों के लोग एक बार फिर बंद कराने के लिए बाहर निकल पड़े हैं। बुधवार को वामदल भी बंद के समर्थन में सामने आ गए। जबकि, राजद ने हड़ताल का समर्थन किया है। पूरे बिहार में बंद का जबरदस्त असर रहा। पटना, जमुआई मधुबनी सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर के अलाबा दरभंगा के एनएच 107, को जाम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया।
जगह-जगह ट्रेनों को रोका। साथ साथ दरभंगा केवटी प्रखंड के समझ रोड जाम किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नरेंद्र मोदी हाय-हाय, न्यूनतम मजदूरी देनी होगी जैसे नारे लगाते रहे। आंगनबाड़ी-सेविका सहायिका ने पुलिस-प्रशासन को परेशान कर दिया। एटक, इंटक, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ, बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ-गोप गुट, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ-गोपगुट, चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी आदि संगठन बंद में शामिल रहे।
श्रमिक संगठनों, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका, मनरेगा मजदूर व तालिमी मरकज कर्मियों के बिहार बंद का राजद ने समर्थन किया है। भाकपा के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह और माकपा के सचिव अवधेश कुमार ने बताया कि ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर हड़ताल के पहले दिन राज्यभर में प्रदर्शन व जुलूस निकाला गया। श्रम कानूनों ने मालिक पक्षीय सुधारों को वापस लेने, सभी के लिए न्यूनतम वेतन 18 हजार का प्रावधान करने, समान काम के लिए समान वेतन लागू करने, पुरानी पेंशन नीति बहाल करने, महंगाई पर रोक लगाने सहित अन्य मांगें उठाईं।