मजदूरों ने पहले इज्जत लूटी और बाद में मार डाला
देहरादूनः राज्य में गैंगरेप जैसे घिनौने अपराध बढ़ते चले जा रहे हैं। इसी क्रम में मसूरी-देहरादून मार्ग पर नौ मजदूरों ने एक 21 वर्षीय नवविवाहिता को अपनी हवस का शिकार बनाया और बाद उसे बड़ी ही दरिंदगी से मौत के घाट उतार दिया। दरअसल, मृतका अपने पति को बिना बताए मसूरी किसी लड़के से मिलने आई थी। मृतका का नाम विजया बताया जा रहा है।
उसकी शादी 30 जून 2017 को रूकम दास से हुई थी। रूकम रहने वाला तो उत्तरकाशी का है लेकिन वो काम चंडीगढ़ में करता है। इस लिहाज से शादी के रूकम विजया को अपने साथ चंडीगढ़ ले गया। मगर शादी के कुछ बाद ही विजया 15 जुलाई को चंडीगढ़ से देहरादून आ गई। ऐसे में रूकम ने भी देर न करते हुए अगले दिन अपनी पत्नी विजया की चंडीगढ़ थाना मोहाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी। उधर, विजया 16 जुलाई को अपने ही गांव के जान-पहचान वाले एक युवक से मिलने देहरादून से मसूरी पहुंच गई। यहां आते ही वो भट्टा गांव पहुंची और एक-दो ढाबा मालिकों से काम मांगने लगी। इस दौरान विजया ने पास में मौजूद एक मजदूर से किसी लड़के को कॉल करने के लिए फोन मांगा।
फोन पर मृतका ने देहरादून में रहने वाले एक युवक से बात की। इसके बाद उसके साथ जो हुआ वो बहुत गलत हुआ। जब मृतका ने फोन पर बात कर ली तब मजदूरों से उसके साथ चूनाखाला के जंगल में गैंगरेप किया और फिर उसका गला घोंटकर हत्याकर पुलिस को चकमा देने के लिए शव को पेड़ से लटका दिया। बाद में जब पुलिस को इस मामले की सूचना मिली तब तक काफी देर हो चुकी थी।
जब पुलिस ने मृतका का शव बरामद किया तब तक उसका शव काफी हद तक सड़-गल चुका था। साथ ही पुलिस को मौके से एक सिम कार्ड और एक फोन भी बरामद हुआ। फिर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और सिम कार्ड को सर्विलांस पर लगा दिया। सर्विलांस पर लगवाने के बाद पता चला कि ये सिम एक मजदूर का है और इसी नंबर से मृतका ने देहरादून में रहने वाले एक शख्स को फोन मिलाया था। जब पुलिस के सामने इतनी बात खुली तब पुलिस को पता चला कि यह मामला आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का है। ऐसे में पुलिस ने बिना किसी देर के शव के पास बरामद सिम के मालिक को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। इस मुख्य आरोपी का नाम प्रमोद मंडल हैं। मंडल से गहन पूछताछ के बाद घटना का खुलासा हुआ कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर नवविवाहिता के साथ क्या किया है। पुलिस ने फिलहाल पांच आरोपियों को पकड़ लिया है, जबकि चार फरार हैं।